सार
माता-पिता का बच्चों से प्यार समान नहीं होता, यह रिसर्च में साबित हुआ है। बच्चों से लगाव लिंग, जन्मक्रम, और व्यक्तित्व पर निर्भर करता है। जानें माता-पिता के अनजाने पक्षपात और उनके प्रभाव के बारे में।
रिलेशनशिप डेस्क: माता-पिता से जब भी यह प्रश्न पूछा जाता है कि वह आखिर अपने सभी बच्चों में किससे ज्यादा प्यार करते हैं? तो उनका सीधा जवाब होता है सबसे बराबर। आपको जानकर हैरानी होगी की माता-पिता सभी बच्चों से एक जैसा प्यार नहीं करते हैं। यह बात हम नहीं कह रहे हैं बल्कि रिसर्च में साबित हुई है। मां-बाप का सभी बच्चों से अलग-अलग तरह का लगाव होता है। यह लगाव कम या ज्यादा भी हो सकता है।
रिचर्स: अनजाने में पक्षपात का व्यवहार
घर के छोटे बच्चे को अक्सर मजाक में कहा जाता है कि उसे कूढ़े के ढेर से लाया गया है। ऐसा सिर्फ बड़े बच्चे अपनी क्लोजनेज माता-पिता के प्रति जाहिर करने के लिए कहते हैं। साइकोलॉजिकल बुलेटिन में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि माता-पिता का पक्षपात किसी न किसी रूप में शामिल होता है। बच्चों में पक्षपात जन्म के क्रम, लिंग या फिर माता-पिता के प्रति व्यवहार पर निर्भर करता है। जरूरी नहीं है कि ये सब जानबूझ कर किया जाए। कई बार अनजाने में ही पक्षपात हो जाता है।
बेटी को देते हैं ज्यादा अटेंशन
माता-पिता बेटों की तुलना में बेटियों को ज्यादा तहजीर देते हैं। हालांकि ये बात पेरेंट्स खुद महसूस करते हैं कि वो बेटी की छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखते हैं। वहीं लड़कों को इतना अटेंशन नहीं मिल पाता है।
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छोटे भाई-बहन रहते हैं टेंशन फ्री
घर में बड़े बच्चे को अक्सर डांट खानी पड़ती है या फिर उन्हें हर मामलों में आसानी से अनुकूल वातावरण नहीं मिल पाता। वहीं छोटे भाई-बहन बिना किसी संघर्ष के अनुकूल वातावरण पा लेते हैं।
व्यक्तित्व के आधार पर पक्षपात
घर में जो भी बच्चा जिम्मेदार और आज्ञाकारी होता है, उससे माता-पिता का लगाव बढ़ जाता है। भले ही पेरेंट्स जानबूझ कर ऐसा नहीं करते हैं लेकिन व्यवहार में ऐसा परिवर्तन देखने को मिलता है। लेखक एलेक्स जेन्सन का मानना है कि बचपन के रिश्ते व्यक्तित्व पर खास असर डालते हैं। बच्चों को हमेशा फील कराएं कि जिंदगी के सफर में हर कदम आप उनके साथ हैं।
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