सार
विवाह (Marriage) को सात जन्मों का बंधन मानने वाले भारतीयों की शादी की अवधारणा धीरे-धीरे बदल रही है। सिर्फ़ विदेशों में ही नहीं, भारत में भी कई तरह के विवाह लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। पहले सिर्फ़ अरेंज मैरिज (arranged marriage) और लव मैरिज (love marriage) ही भारतीयों को पता थे। लेकिन अब इसमें नए-नए तरह की शादियाँ जुड़ गई हैं। इनमें ओपन मैरिज भी शामिल है। यह ओपन मैरिज (open marriage) क्या है? इसके प्रति भारतीय कितनी रुचि दिखा रहे हैं, इसका विवरण यहाँ दिया गया है।
मुक्त विवाह क्या है? : वैवाहिक रिश्ता सभी रिश्तों से अलग होता है। इसमें विश्वास और भरोसा सबसे ज़रूरी है। दो लोग अपना पूरा जीवन साथ बिताते हैं। अच्छे और बुरे समय में एक-दूसरे का साथ देते हैं। समर्पण और विश्वास के बिना वैवाहिक जीवन संभव नहीं है। लेकिन इस मुक्त विवाह में इन सबका कोई मोल नहीं है। यह एक तरह का विवाहेतर संबंध है। दो लोग शादी तो करते हैं, लेकिन एक-दूसरे की सहमति से दूसरों के साथ संबंध बनाते हैं। जीवनसाथी के साथ रहते हुए भी उन्हें किसी और के साथ प्रेम और यौन संबंध बनाने की आज़ादी होती है। यहाँ शादी के बाद दोनों का साथ रहना ज़रूरी नहीं है। एक साथी का दूसरे के साथ संबंध होना, दूसरे साथी को पता होता है। इसके लिए उसकी पूरी सहमति भी होती है। एक से ज़्यादा संबंध रखना ही मुक्त विवाह है। लेकिन यह बहुपत्नीत्व से अलग है। यहाँ सभी के साथ शादी का बंधन नहीं होता। शारीरिक संबंधों से ज़्यादा प्रेम और भावनाओं को महत्व दिया जाता है।
भारतीयों में बढ़ रही है रुचि ! : विदेशों में प्रचलित ओपन मैरिज, भारत में भी तेज़ी से बढ़ रहा है। मेट्रो शहरों में इसका ग्राफ़ तेज़ी से ऊपर जा रहा है। एक रिपोर्ट से पता चला है कि भारतीय कितनी रुचि दिखा रहे हैं। फ़्रांस की प्रसिद्ध डेटिंग ऐप ग्लीडेन पर 30 लाख से ज़्यादा भारतीयों के प्रोफ़ाइल हैं। यह एक विवाहेतर डेटिंग ऐप है, जहाँ शादीशुदा लोग बिना झूठ बोले दूसरा साथी ढूंढते हैं। 2023 में बम्बल ने भी इस बारे में एक सर्वे किया था। इसमें पता चला कि 60% सिंगल भारतीय ओपन मैरिज में रुचि रखते हैं।
ओपन मैरिज कितना सही? : सामान्य शादी की तरह ओपन मैरिज भी अच्छा हो सकता है। लेकिन इसके भी कुछ फ़ायदे-नुकसान हैं। व्यक्ति के स्वभाव के अनुसार यह अलग-अलग होता है। ओपन मैरिज के लिए हाँ कहने से पहले, इसके बारे में पूरी जानकारी लें। समाज के नियमों के विरुद्ध होने के कारण, इसके फ़ायदे-नुकसान पर आपको विचार करना चाहिए। विशेषज्ञों से सलाह लेकर ही कोई फ़ैसला लें।