सार

जया किशोरी ने गुस्सा कंट्रोल करने के तरीके बताए हैं। मौन रहना, प्रतिक्रिया से बचना, ध्यान और गहरी साँसें लेना जैसे उपायों से रिश्ते बच सकते हैं।

जया किशोरी ने हाल ही में लोगों के गुस्से के समाधान के बारे में बात की है। उन्होंने बताया कि जब हमें गुस्सा आए तो हमें क्या करना चाहिए, जय किशोरी ने कहा जब हमें गुस्सा आए तो हमें शांत और मौन हो जाना चाहिए। शांति और मौन होना गुस्से में निकली हुई शब्दों को रोकती है। चुप रहकर हम अपने रिश्ते को बचा सकते हैं, 10-15 मिनट चुप रहकर गुस्से को शांत किया जा सकता है। गुस्सा एक ऐसी भावना है जो अगर नियंत्रण में ना रखी जाए तो रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकती है। हाल ही में प्रसिद्ध आध्यात्मिक वक्ता जया किशोरी ने गुस्से को शांत करने के उपाय बताए हैं। उन्होंने कहा कि जब भी हमें गुस्सा आए, तो हमें शांत और मौन हो जाना चाहिए।

गुस्से को रोकने के लिए जया किशोरी के बताए गए महत्वपूर्ण टिप्स:

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1. मौन रहना सबसे अच्छा उपाय

  • जब भी गुस्सा आए, तुरंत 10-15 मिनट के लिए चुप रहना चाहिए।
  • इससे हम गलत शब्द बोलने से बच सकते हैं और रिश्ते खराब होने से रोक सकते हैं।
  • मौन रहने से हमारा दिमाग शांत होता है और हम समस्या को सही तरीके से समझ पाते हैं।

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2. तुरंत प्रतिक्रिया देने से बचें

  • गुस्से में हम अक्सर ऐसे शब्द बोल देते हैं, जिसका हमें बाद में पछतावा होता है।
  • अगर कोई स्थिति आपको गुस्सा दिला रही है, तो तुरंत जवाब देने के बजाय थोड़ा रुकें और सोचें।
  • इससे हम किसी को भी अनजाने में ठेस पहुंचाने से बच सकते हैं।

3. ध्यान और शांति का अभ्यास करें

  • जया किशोरी के अनुसार मेडिटेशन और ध्यान करने से गुस्से पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
  • अगर हम रोज़ 5-10 मिनट का ध्यान करें, तो हमारे दिमाग में शांति बनी रहती है और हम जल्दी गुस्सा नहीं होते।

4. गहरी सांस लें और पानी पिएं

  • जब गुस्सा आए, तो गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़ें।
  • एक गिलास ठंडा पानी पीने से दिमाग ठंडा होता है और गुस्सा कम हो जाता है।
  • यह तरीका तुरंत आपकी भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करता है।

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5. अपने रिश्तों को बचाने के लिए गुस्से को पहचानें

  • गुस्सा आने पर अगर हम बोलने की बजाय चुप रहें, तो इससे हम अपने रिश्तों को बचा सकते हैं।
  • अनावश्यक बहस और गलतफहमी से बचने के लिए धैर्य रखना जरूरी है।
  • रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए मौन और शांति का महत्व समझना जरूरी है।