सार
Parenting Tips For Parents of Teenage:14 साल के बाद बच्चों को सिर्फ प्यार ही नहीं, स्पेस और समझ की भी जरूरत होती है। उनकी बात सुनें, फैसलों को स्वीकारें, और देखें कैसे वे आत्मनिर्भर बनते हैं।
बच्चों को प्यार और देखभाल देना जरूरी है, लेकिन 14 साल की उम्र के बाद उनकी परवरिश के तरीके में कुछ बदलाव करना बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। इस उम्र में बच्चे मानसिक और भावनात्मक रूप से बदलते हैं, और माता-पिता के तौर पर हमें उनकी जरूरतों को समझकर उसी अनुसार व्यवहार करना चाहिए। लाड-प्यार देना जरूरी है, लेकिन 14 की उम्र के बाद बच्चे को स्पेस देना, उनकी बातों को सुनना और उनके फैसलों को स्वीकारना ज्यादा जरूरी हो जाता है। इससे वे खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं और एक सफल और आत्मनिर्भर इंसान बनते हैं।
1. समझाने से ज्यादा "सुनना और समझना" जरूरी है
- 14 साल के बाद बच्चों को सिर्फ निर्देश देने या समझाने से ज्यादा जरूरी है कि हम उनकी बातों को सुनें और उन्हें समझें।
- जब माता-पिता बच्चे की राय को महत्व देते हैं, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपनी बात खुलकर कहने लगते हैं।
- इससे बच्चा आपके साथ ज्यादा कनेक्ट करता है, और आप दोनों के बीच बॉन्ड स्ट्रॉन्ग (बच्चे के साथ बॉन्ड स्ट्रॉन्ग कैसे करें) होता है।
- अगर आप उनकी भावनाओं को नजरंदाज करेंगे, तो वे या तो चुप हो जाएंगे या फिर बागी स्वभाव अपना सकते हैं।
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2. हिदायत देने की जगह “उनके फैसलों को स्वीकारें”
- इस उम्र में बच्चे अपनी पहचान बनाने की कोशिश करते हैं और स्वतंत्र निर्णय लेना चाहते हैं।
- माता-पिता को चाहिए कि वे हर छोटे-बड़े फैसले में उन्हें गाइड करें, लेकिन उन पर जबरदस्ती अपनी राय न थोपें।
- अगर वे कोई गलती करें, तो डांटने की बजाय उन्हें सिखाएं कि गलतियों से सीखकर कैसे आगे बढ़ा जाता है (बच्चों को डांटने से क्या होता है)।
- जब वे अपनी राय व्यक्त करते हैं और आप उसे स्वीकारते हैं, तो वे जीवन में ज्यादा तरक्की करते हैं और खुद को बेहतर साबित करने की कोशिश करते हैं।
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