सार
Aniruddhacharya Ji Relationship Tips: अनिरुद्धाचार्य जी महाराज के सभा में एक महिला ने अपनी आपबीती बताकर रो पड़ी। उनसे कहा कि उसके ससुराल वाले घर में घुसने नहीं दे रहे हैं। पति साथ रखना नहीं चाहता है।
Woman shares painful truth about marriage: बड़े अरमान के साथ उसके माता-पिता ने बेटी की विदाई की थी। बेटी को लगा था कि मायके से मिले संस्कार को वो ससुराल निभाएगी। लेकिन पति की बेरुखी और ससुराल वालों के ताने ने उसके सारे सपने को तोड़ दिया। शादी के 4 साल हो गए, लेकिन पति साथ में रखने को तैयार नहीं है। अनिरुद्धाचार्य जी महाराज के सत्संग में महिला ने माइक पर आपबीती बताई, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है।
बहू के लिए नर्क बन गया ससुराल In-laws house turned into hell woman
प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य जी ( aniruddhacharya ji maharaj) के दरबार में एक महिला पहुंची और उसने रो-रोकर ससुराल और पति की कारगुजारी को बताया।महिला ने गुरुजी से पहले गुरुमंत्र लेने की बात कही। इसके बाद उसने कहा,गुरुजी मेरी शादीशुदा जिंदगी ऐसे ही चल रही है, वो लोग मुझे रखना नहीं चाहते। जिस पर महाराज जी पूछते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है?
पति साथ ले जाना नहीं चाहता है, मुझे देखना पसंद नहीं करता
महिला ने माइक पर बताया कि परिवारों ने शादी करा दी। लेकिन अब पति देखना पसंद नहीं करते हैं। उसने कहा कि तू यहीं (मायके)रह , तू सिलाई सीख, तेरी दुकान खुलवा दूंगा और महीने में एक बार आया करूंगा। तुझे साथ नहीं रखूंगा, क्योंकि तू आती है तो क्लेश हो जाता है। महिला ने आगे बताया कि उनका पति और जेठ दोनों शराब पीते हैं।पर असली परेशानी है कि शादी के 4 साल बाद भी मेरे बच्चे नहीं हैं। सास कहती है कि वो मुझे छोडेंगी और पति की दूसरी शादी कराएंगी।
पति का दूसरी औरत से है संबंध My husband Relationship with another woman
गुरुजी रिश्तेदार बताते हैं कि पति ने दिल्ली में कमरा लिया है और दूसरी औरत के साथ रहने लगा है। सास मुझे घर में घुसने नहीं दी। जिस सुनकर अनिरुद्धाचार्य जी भड़क जाते हैं और कहते हैं ‘अरे तुम सास की छाती पर चढ़ जाना. अरे वहीं रहो, सास की छाती पर मूंग दलो’।
इसे भी पढ़ें:शिव परिवार सा होगा रिश्ता मजबूत, महाशिवरात्रि पर करें ये खास उपाय
साथ में रहने नहीं देगी तो बच्चा कहां से होगा: अनिरुद्धाचार्य
गुरुजी ने आगे कहा कि पता लगाओ कि पति का किसी और के साथ चक्कर तो नहीं है। तुम दुर्गा हो तो काली और महाकाली बनो। पति को मत बचाओ। वो तो चाह ही रहा है कि तुम दूर रहो तो वो दो-तीन चक्कर चलाए। ससुराल में रहो, पति की सेवा करो, सास की सेवा करो और को पति से रिश्ता रखे तो उसके दांत तोड़ दो। बच्चों की बात पर उन्होंने कहा कि बुढ़िया रहने नहीं देगी तो बच्चे कहां से होंगे। महिला ने तब गुरुजी से कहा कि गुरुजी तो मैं जाउं अपने ससुराल, पर उन्होंने घर में घुसने नहीं दिया तो? इसपर अनिरुद्धाचार्य जी कहते हैं कि काहे नहीं घुसने देगी, तुम हथोड़ा ले जाना बड़ा. तोड़ दो और घुस जाओ।
और पढ़ें:दोस्त कहीं दुश्मन तो नहीं ! Best Friend बनाने से पहले जान लें चाणक्य नीति की ये बातें