सार

Ear piercing for infants guide: बच्चों के कान छिदवाने का सही समय, तरीका और ज़रूरी सावधानियां जानें। एक्सपर्ट्स की सलाह, देखभाल के टिप्स और सुरक्षा निर्देशों के साथ बच्चों के लिए सुरक्षित इयर पियर्सिंग करवाएं।

Best age for baby ear piercing: छोटे बच्चों के कान छिदवाने पर वह बहुत ही क्यूट लगते हैं। कई जगह लड़कियों के साथ-साथ लड़कों का भी एक कान छिदवाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों के कान छिदवाने का सही समय और तरीका क्या होता है और बच्चों के कान छिदवाने से पहले और बाद में हमें क्या प्रिकॉशन रखना चाहिए? तो चलिए हम आपको दिखाते हैं एक वीडियो जिसमें बताया गया है कि बच्चों की कान छिदवाने से लेकर बाद में आपको किन-किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।

बच्चों की कान छिदवाते समय ध्यान रखें ये बातें (Baby ear piercing safety tips)

इंस्टाग्राम पर baby_doc_mom नाम से बने पेज पर बेबी के इयर पियर्सिंग को लेकर जनरल गाइड शेयर की गई है। इस वीडियो में बताया गया कि बच्चों की इयर पियर्सिंग कब करवानी चाहिए, कैसे करवानी चाहिए? इसके बाद में और पहले किस तरीके के प्रिकॉशन रखना चाहिए? सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चों का कान छिदवाने जा रहे हैं, तो इन चीजों को ध्यान में जरूर रखें...

 

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कब कराएं बच्चों की इयर पियर्सिंग (How to pierce ears of babies safely)

सबसे पहले बात आती है कि छोटे बच्चों की इयर पियर्सिंग कब करवानी चाहिए, तो एक्सपर्ट्स के अनुसार बच्चों के कान छिदवाने के लिए 6 महीने तक इंतजार करें और उसके बाद ही बच्चों का कान छिदवाएं। इस समय तक बच्चों का इयर कार्टेज थोड़ा हार्ड हो जाता है। इससे कान छिदवाना आसान हो जाता है। लेकिन कई मान्यताओं के अनुसार, कई बच्चों का कर्णछेदन संस्कार बहुत जल्दी करवाया जाता है। ऐसे में आप 14 हफ्ते यानी कि 3.5 महीने तक कम से कम इंतजार करें या जब तक की बच्चों को 3.5 महीने तक के सारे वैक्सीनेशन ना लग जाए।

किससे पियर्सिंग करवाएं (Ear piercing for infants guide)

बच्चों का कान छिदवाने लिए ट्रेंड मेडिकल प्रोफेशनल्स यानी कि डॉक्टर या सर्टिफाइड नर्स से आप बच्चों की पियर्सिंग करवा सकती हैं। अगर आप ज्वेलर्स से बच्चों का कान छिदवा रहे हैं, तो ध्यान रखें वो हाइजीनिक तरीके से बच्चों का कान छेदें।

बच्चों के कान छेदने के दौरान ध्यान रखें ये बातें (Precautions for baby ear piercing)

  • सबसे जरूरी बात की जब बच्चों का काम छिदवाने जाए तो उन्हें किसी भी प्रकार का कोई इंफेक्शन नहीं होना चाहिए, नहीं तो यह ट्रिगर हो सकता है।
  • पियर्सिंग से आधा घंटा पहले बच्चे के कान के ऊपर नंबरिंग क्रीम लगा सकते हैं या फिर आइस पैक लगाएं। इससे बच्चों को पियर्सिंग के दौरान पेन कम होता है।
  •  बच्चों की इयर पियर्सिंग के लिए सर्जिकल स्टील या फिर गोल्ड के ही इयररिंग्स चुनें, इससे एलर्जी का चांस कम होता है।

बच्चों की पियर्सिंग करवाने के बाद करें ये काम (Aftercare for baby ear piercing)

  • बच्चों की इयर पियर्सिंग करवाने के बाद सुबह शाम बच्चों के कान को एंटीसेप्टिक लोशन या क्रीम से साफ करें।
  • 6 हफ्ते तक बच्चों के इयररिंग्स को बिल्कुल भी चेंज ना करें, इससे घाव बन सकता है।
  • 15 से 20 दिन तक इयररिंग्स को टच करने से बचें, बच्चों को भी इसे हाथ लगाने ना दें और उसे रोटेट भी ना करें। पीछे के पेंच को भी हल्का लूज ही छोड़ें।
  • अगर आपका बच्चा स्विमिंग जाता हैं, तो कोशिश करें कि पियर्सिंग करवाने के कुछ दिनों तक वह स्विमिंग ना जाए, इससे एलर्जी के खतरे से बचा जा सकता है।