Disadvantages of artificial nails: नकली नाखून भले ही खूबसूरत दिखें, लेकिन इनके पीछे छिपे हैं कई नुकसान। केमिकल से लेकर फंगल इंफेक्शन तक, जानिए इनके साइड इफेक्ट्स।

Side effects of fake nails  : आमतौर पर, हर लड़की चाहती है कि उसके नाखून लंबे और सुंदर दिखें। लेकिन ये सबको नसीब नहीं होता। हाँ, कुछ लोगों के नाखून लंबे और सुंदर होते हैं। कुछ के नाखून लंबे नहीं बढ़ते। अगर बढ़ते भी हैं, तो जल्दी टूट जाते हैं।

इसलिए वे अपने नाखूनों को सुंदर दिखाने के लिए नकली नाखून लगाती हैं। नकली नाखून देखने में सुंदर लगते हैं और हाथों को भी सुंदर बनाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके कुछ नुकसान भी हैं? मतलब, जब आप नकली नाखून लगाते हैं और हटाते हैं, तो आपको एसिड और दूसरे केमिकल इस्तेमाल करने पड़ते हैं। ये केमिकल आपके शरीर के लिए कई तरह से नुकसानदायक हो सकते हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो नुकसान।

नाखून कमज़ोर हो जाते हैं 

जब आप अपने हाथों में नकली नाखून लगाते हैं और उन्हें हटाते हैं, तो आप एसीटोन नाम का केमिकल इस्तेमाल करते हैं। यह केमिकल आपके असली नाखूनों को कमज़ोर बना देता है, जिससे वे जल्दी टूट जाते हैं।

नाखूनों पर दबाव 

नकली और असली नाखूनों के बीच का जोड़ मज़बूत होता है। लेकिन अगर आप रोज़ाना नकली नाखून लगाते हैं, तो यह असली नाखून पर दबाव डालता है और उन्हें कमज़ोर बना देता है। इससे नाखूनों में फंगस और इंफेक्शन होने का ख़तरा भी बढ़ जाता है।

त्वचा में एलर्जी 

जेल, पॉलिश जैसी कई नकली नाखून वाली चीज़ों में केमिकल होते हैं, जिससे त्वचा में एलर्जी हो सकती है। इसके कारण त्वचा में खुजली, लालिमा, सूजन, रूखापन और छिलके उतरने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह एलर्जी सिर्फ़ नाखूनों के आसपास ही नहीं, बल्कि हाथ, उंगलियों, चेहरे और पलकों पर भी हो सकती है।

नाखूनों में फंगल इंफेक्शन 

नकली और असली नाखून के बीच नमी जमा हो जाती है, जिससे फंगस पनपने लगता है। इससे नाखूनों का असली रंग छिप जाता है और वे पीले, भूरे या हरे रंग के दिखने लगते हैं। नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने पर नाखूनों के आसपास सूजन, लालिमा, दर्द और पस भी हो सकता है।

कैंसर 

अगर ब्यूटी पार्लर में इस्तेमाल होने वाले उपकरण साफ़ नहीं हैं, तो उनका इस्तेमाल करने से कैंसर हो सकता है।

रसायनों का दुष्प्रभाव 

नकली नाखून लगाने और हटाने में इस्तेमाल होने वाले केमिकल बहुत तेज़ होते हैं, इसलिए ये त्वचा को रूखा बनाने के साथ-साथ जलन भी पैदा कर सकते हैं। इनके धुएं से आँखों और साँस लेने में जलन हो सकती है। इसलिए नकली नाखूनों के बारे में अच्छी तरह जानने के बाद ही उनका इस्तेमाल करें।

याद रखें : अपने नाखूनों को प्राकृतिक रूप से बढ़ने के लिए बार-बार या हर महीने नकली नाखून न लगाएं। कम से कम हर दो महीने में नकली नाखून लगाने से बचें। रोज़ाना नकली नाखून लगाने के बजाय, उन्हें कभी-कभी ही लगाएं। इससे आपके असली नाखूनों को बढ़ने में मदद मिलेगी।