अगर आपको भी लगता है कि Makeup Fixer और Setting Spray एक ही प्रोडक्ट हैं, तो थोड़ा रुकिए! दोनों के काम, समय और इफेक्ट अलग-अलग होते हैं। बहुत से लोग इसे एक समझते हैं और मेकअप में यूज कर लेते हैं, अगर आप भी ऐसा ही समझते हैं कि दोनों का नाम बस अलग है तो चलिए आज के इस लेख में हम आपको दोनों के काम, यूज, लगाने का तरीका और असर के बारे में विस्तार से बताएंगे।
1. मेकअप फिक्सर क्या होता है?
- Makeup Fixer एक ऐसा स्प्रे होता है जो मेकअप करने के बाद लगाया जाता है।
- इसका मकसद मेकअप को चेहरे पर "फिक्स" करना यानी लॉक करना होता है।
- ये चेहरे पर एक सेटिंग लेयर बना देता है जिससे पसीना, धूल या पानी से मेकअप खराब नहीं होता।
2. सेटिंग स्प्रे क्या होता है?
- Setting Spray भी मेकअप के बाद यूज होता है लेकिन इसका फोकस नेचुरल लुक और फिनिशिंग पर होता है।
- यह मेकअप को लंबे समय तक टिकाए रखने के साथ-साथ स्किन को फ्रेश लुक भी देता है।
3. अंतर – Ingredients और फॉर्मूला
- Makeup Fixer में अक्सर एल्कोहल बेस्ड फॉर्मूला होता है जो मेकअप को लंबे समय तक लॉक करता है।
- Setting Spray में हाइड्रेटिंग एजेंट्स (जैसे ऐलोवेरा, ग्लिसरीन) होते हैं जो स्किन को नमी देते हैं और मेकअप को अच्छे से ब्लेंड करने में हेल्प करते हैं।
4. कब इस्तेमाल करें?
- Setting Spray मेकअप के आखिरी स्टेप पर लगाएं ताकी मेकअप को मर्ज करने और स्किन पर सॉफ्ट फिनिश मिले।
- Makeup Fixer फुल मेकअप के बाद लंबे समय तक मेकअप को टिकाए रखने के लिए।
5. इफेक्ट में अंतर
- Setting Spray: हल्का और नैचुरल ग्लो देता है, ड्यूई या मैट फिनिश के लिए अलग-अलग वर्जन मिलते हैं।
- Fixer: मेकअप को मैट और सेमी-मैट लुक देता है, लंबे समय तक स्टे करता है।
6. कौन सा कब चुनें?
- डेली मेकअप या ऑफिस लुक के लिए Setting Spray बेहतर है।
- पार्टी, शूट या वेडिंग के लिए Makeup Fixer यूज करें ताकि मेकअप घंटेभर टिके।