सार

बच्चों की आड़ी-टेढ़ी लिखावट से परेशान हैं? आज हम आपको बताते हैं बच्चों की लिखावट सुधारने के लिए कुछ इफेक्टिव टिप्स

लाइफस्टाइल डेस्क: बच्चे जब लिखना शुरू करते हैं तो उनकी हैंडराइटिंग आड़ी टेढ़ी होती है। जिससे उनकी लिखावट समझ में नहीं आती है और टीचर भी बार-बार बड़े नोट्स बनाकर देती हैं कि बच्चे साफ सुथरा और अच्छा लिखें। ऐसे में अगर पेरेंट्स चाहते हैं कि उनके बच्चों की हैंडराइटिंग एकदम सुंदर और साफ हो जाए, तो आप यह पांच ट्रिक अपना सकते हैं।

बच्चों की हैंडराइटिंग कैसे सुधारें

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अच्छी लिखावट करें, तो बच्चे को सही तरीके से पेंसिल या पेन पकड़ना सिखाएं। इसके लिए ट्राइपॉड ग्रिप यानी कि तीन उंगलियां से पकड़ सबसे बेहतर होती है और इससे राइटिंग अच्छी आती है।

रोज लिखने की प्रैक्टिस करवाएं

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा साफ सुथरा और जल्दी लिखें, तो रोज 10 से 15 मिनट तक हैंडराइटिंग की प्रैक्टिस करवाएं। आप किसी स्लेट, चार्ट पेपर या रुल्ड कॉपी का इस्तेमाल हैंडराइटिंग के लिए कर सकते हैं।

अक्षरों की बनावट का ध्यान रखें

अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे अच्छी हैंडराइटिंग लिखें, तो बच्चों को बड़े और छोटे अक्षरों के बीच अंतर समझाएं। पहले अलग-अलग अक्षर लिखवाएं, फिर शब्द और वाक्य बनवाएं। कैपिटल, स्मॉल लेटर, कर्सिव राइटिंग में अलग-अलग तरह से उनकी प्रैक्टिस करवाएं।

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ट्रेसिंग और फिंगर एक्सरसाइज करवाएं

शुरुआत में बच्चों को ट्रेसिंग शीट देकर अक्षरों को ट्रेस करना सिखाएं, इससे बच्चों की पकड़ और स्ट्रोक्स बेहतर होते हैं। इसके अलावा बच्चों को फिंगर एक्सरसाइज जैसे मिट्टी से खेलना, बटन टांकना, मोती पिरोना कराएं। इन सारी चीजों से उंगलियों की पकड़ मजबूत होती है।

राइटिंग गेम्स खेलें

बच्चों को हैंडराइटिंग करवाने के साथ आप उनके साथ राइटिंग गेम्स जैसे डॉट को कनेक्ट करके अक्षर बनाना, चित्र बनाना जैसे वर्कशीट पर फन गेम्स खेल सकते हैं। इससे बच्चों की रुचि हैंडराइटिंग करने में बढ़ती है।

ध्यान रखें कि बच्चों की राइटिंग में प्रैक्टिस और समय के साथ धीरे-धीरे सुधार आएगा, इसलिए बच्चे को डांटे नहीं। साथ ही बच्चों के लिए अच्छी ग्रिप वाली मोटी पेंसिल और चौड़ी लाइन वाली कॉपी दें, ताकि वे आसानी से लिख सकें।

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