Side Effects Of Milk: दूध किन लोगों को नहीं पीना चाहिए, जानें इसके 5 नुकसान
दूध सेहत के लिए फ़ायदेमंद माना जाता है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह नुक़सानदेह भी हो सकता है। लैक्टोज इनटॉलरेंस, एलर्जी, स्किन प्रॉब्लम्स, कमज़ोर पाचन और PCOS जैसी स्थितियों में दूध पीने से परहेज़ करना चाहिए।
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दूध को अक्सर संपूर्ण आहार कहा जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन D और B12 जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। लेकिन हर किसी के लिए दूध फायदेमंद नहीं होता। कुछ लोगों की शारीरिक स्थिति और पाचन तंत्र ऐसा होता है कि दूध पीना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है। दूध भले ही ताकत का प्रतीक माना जाता हो, लेकिन यह हर शरीर के लिए एक जैसा नहीं होता। अपने शरीर की जरूरत और प्रतिक्रिया को समझकर ही दूध का सेवन करें।
किन लोगों को दूध नहीं पीना चाहिए:
- लैक्टोज इनटॉलरेंस या दूध से एलर्जी वाले लोग
- बार-बार स्किन पर एक्ने या एलर्जी की समस्या होने वाले
- जिनका पाचन कमजोर रहता हो
- PCOS, वजन बढ़ना या हार्मोनल डिसऑर्डर से पीड़ित महिलाएं
- बार-बार सर्दी-खांसी, बलगम जैसी समस्या वाले लोग
दूध से जुड़े 5 नुकसान
1. लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोग (Lactose Intolerance)
क्या होता है: कुछ लोगों के शरीर में लैक्टेज एंजाइम नहीं बनता, जो दूध में मौजूद लैक्टोज (शुगर) को पचाने के लिए जरूरी होता है।
नुकसान: दूध पीते ही पेट फूलना, गैस, दस्त या मरोड़ हो सकती है।
सुझाव: ऐसे लोग दूध की जगह लैक्टोज-फ्री दूध या प्लांट-बेस्ड मिल्क (सोया, बादाम, ओट्स) ले सकते हैं।
2. दूध से एलर्जी (Milk Allergy)
क्या होता है: यह लैक्टोज इनटॉलरेंस से अलग होती है। शरीर दूध के प्रोटीन (केसिन या वे) को विदेशी तत्व मानकर उस पर रिएक्ट करता है।
लक्षण: स्किन रैश, सांस फूलना, उल्टी, पेट दर्द या कभी-कभी एनाफाइलेक्टिक शॉक (घातक एलर्जी रिएक्शन)।
किन्हें होता है: अधिकतर बच्चों को, लेकिन कुछ वयस्कों में भी।
3. एक्ने और स्किन प्रॉब्लम बढ़ा सकता है (May Aggravate Acne)
दूध में मौजूद हार्मोन और प्रोटीन (विशेष रूप से स्किम्ड मिल्क) कुछ लोगों में हार्मोनल असंतुलन बढ़ाकर एक्ने/मुहांसे का कारण बन सकता है।
यदि किसी को बार-बार पिंपल्स की समस्या हो रही हो, तो 1-2 हफ्ते दूध छोड़कर देखकर अंतर परख सकते हैं।
4. पाचन तंत्र कमजोर हो तो दूध बने जहर (Weak Digestion Issues)
कमजोर पाचन वाले लोग जब रात में ठंडा दूध पीते हैं, तो पेट में गैस, अपच, एसिडिटी जैसी समस्याएं होती हैं।
आयुर्वेद के अनुसार, दूध को सही समय पर, सही तरीके से और सही फूड कॉम्बिनेशन के साथ लेना चाहिए।
5. बढ़े हुए वजन या पीसीओडी/पीसीओएस में नुकसान (Not Ideal for PCOS/Obesity)
दूध में सैचुरेटेड फैट्स और हार्मोन होते हैं, जो वजन बढ़ा सकते हैं।
जिन महिलाओं को PCOD/PCOS है, उनके लिए दूध शरीर में इंसुलिन रेसिस्टेंस और हार्मोनल असंतुलन बढ़ा सकता है।
सुझाव:
अगर दूध पीना जरूरी हो, तो हल्दी या अदरक डालकर गुनगुना दूध पी सकते हैं।
या फिर दूध की जगह दही, छाछ, पनीर या Plant Based दूध पीएं ।