MalayalamEnglishKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathi
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • KEA 2025
  • Home
  • Lifestyle
  • Health
  • World down syndrome day: क्या होता है डाउन सिंड्रोम, क्यों इससे पीड़ित बच्चों की शक्ल होती है कॉमन, जानें

World down syndrome day: क्या होता है डाउन सिंड्रोम, क्यों इससे पीड़ित बच्चों की शक्ल होती है कॉमन, जानें

हेल्थ डेस्क: 21 मार्च को वर्ल्ड डाउन सिंड्रोम डे मनाया जा रहा है। यह एक अनुवांशिक बीमारी है। एक रिपोर्ट के अनुसार 700 में से एक बच्चा डाउन सिंड्रोम से पीड़ित होता है। आज हम आपको बताते हैं इस बीमारी के बारे में...

Deepali Virk | Published : Mar 21 2023, 01:52 PM
3 Min read
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
16
Asianet Image
Image Credit : google

क्या होता है डाउन सिंड्रोम

डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चे 47 क्रोमोसोम के साथ पैदा होते हैं, जबकि एक सामान्य बच्चा 46 क्रोमोसोम के साथ पैदा होता है। ये विकार प्रेगनेंसी के दौरान ही बच्चों में आ जाता है। 46 क्रोमोसोम में 23 और 23 माता-पिता से बच्चे को मिलते हैं। जब माता-पिता के क्रोमोसोम में से 21वें क्रोमोसोम का डिविजन नहीं हो पाता है, तो 21वां क्रोमोसोम अपनी एक्‍स्‍ट्रा कॉपी बना लेता है। इसी कारण डाउन सिंड्रोम से  पीड़ित बच्चे 47 क्रोमोसोम के साथ पैदा होते हैं। यह एक शारीरिक और मानसिक विकार होता है, इसे ही डाउन सिंड्रोम या ट्राइसोमी 21 कहा जाता है।

26
Asianet Image
Image Credit : google

क्यों होती है डाउन सिंड्रोम की बीमारी

डाउन सिंड्रोम एक ऐसी बीमारी है जो ताउम्र रहती है, इसे कभी भी ठीक नहीं किया जा सकता है। आमतौर पर यह विकार बच्चों में प्रेगनेंसी के समय ही हो जाता है, जिसमें महिलाओं की उम्र 35 साल या उससे ज्यादा होती है। हालांकि, प्रीनेटल जांच के जरिए बच्चों में डाउन सिंड्रोम का पता लगाया जा सकता है।

36
Asianet Image
Image Credit : google

एक जैसी शक्ल के होते हैं डाउन सिंड्रोम वाले बच्चे

डाउन सिंड्रोम के साथ पैदा होने वाले बच्चों में काफी समानता होती हैं। उनके शरीर और चेहरे की बनावट काफी कुछ एक जैसी होती है। इनके चेहरे फ्लैट होते हैं, सिर और माथा छोटा होता है और नाक-कान भी छोटे होते हैं, आंखें बादाम की शेप की होती है, जीभ भी थोड़ी मोटी और उभरी हुई होती है। हाथ और पैर छोटे होते हैं। इसके अलावा इनकी हाइट भी थोड़ी कम होती है।

46
Asianet Image
Image Credit : google

डाउन सिंड्रोम की गंभीरता

डाउन सिंड्रोम बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास सामान्य बच्चों की तुलना में कम होता है। इतना ही नहीं कई बार डाउन सिंड्रोम से जूझ रहे बच्चों को बहरेपन, कमजोर आंखे, मोतियाबिंद, थायराइड, सोते वक्त सांस लेने में दिक्कत, अल्जाइमर और हार्ट संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं।

56
Asianet Image
Image Credit : google

डाउन सिंड्रोम की पहचान कैसे हो

बच्चों में डाउन सिंड्रोम बीमारी का पता लगाने के लिए प्रीनेटल जांच सबसे ज्यादा जरूरी होती है। खासकर जो महिलाएं लेट प्रेगनेंसी करती हैं उन्हें डाउन सिंड्रोम की जांच जरूर करवानी चाहिए, क्योंकि उनमें इसकी आशंका सबसे ज्यादा होती है। इसमें उन्हें स्क्रीनिंग टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। स्क्रीनिंग के जरिए ही पता चलता है कि बच्चा डाउन सिंड्रोम से पीड़ित है या नहीं।

66
Asianet Image
Image Credit : Asianet News

डाउन सिंड्रोम का इलाज

डाउन सिंड्रोम का कोई पुख्ता इलाज नहीं है, लेकिन इस बीमारी से पीड़ित बच्चों को आप स्पीच थेरेपी या अन्य थेरेपी दिलवा सकते हैं, जिससे वो अपने रोजमर्रा के काम खुद करने लगते हैं। इतना ही नहीं डाउन सिंड्रोम से पीड़ित बच्चे आम बच्चों की तरह स्कूल जा सकते हैं, लिख सकते हैं, पढ़ सकते हैं। बस इन्हीं प्यार और अपनापन देने की जरूरत है।

Deepali Virk
About the Author
Deepali Virk
दीपाली अगस्त 2020 से Asianxt डिजिटल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड में काम कर रही हैं। उनके पास डबल मास्टर डिग्री है- एक पत्रकारिता में और दूसरी एमबीए एचआर और मार्केटिंग में। खेल, लाइफस्टाइल, फैशन, फूड, हेल्थ और रिसर्च बेस्ड फीचर स्टोरी तैयार करने में विशेषज्ञता के साथ, उन्होंने खुद को एक बहुमुखी और अनुभवी लेखिका के रूप में स्थापित किया है। 2015 से पत्रकारिता में सक्रिय। पत्रिका न्यूज़, डीएनएन न्यूज़ चैनल, बीटीवी और कई अन्य जैसे प्रतिष्ठित संगठनों में काम का अनुभव। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories