World Asthma Day 2025: गर्मी में एसी अस्थमा मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। जानिए क्यों एसी की हवा अस्थमा को बढ़ाती है और क्या सावधानियां रखकर इससे बचा जा सकता है।
AC precautions for asthma patients: हर साल मई महीने के फर्स्ट ट्यूसडे को वर्ल्ड अस्थमा डे (World Asthma Day) लोगों के बीच अवेयरनेस फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। 2023 ग्लोबल अस्थमा की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 35 million लोग अस्थमा की समस्या से जूझ रहे हैं। गर्मी के दिनों में अस्थमा पेशेंट्स की समस्या बढ़ जाती है। जानिए क्यों गर्मी के दिनों में एसी का इस्तेमाल करते समय अस्थमा पेशेंट्स को परेशानी होती है और क्या सावधानियां रखी जा सकती हैं।
अस्थमा पेशेंट्स को एसी में सांस लेने में तकलीफ
अस्थमा पेशेंट को एसी में बैठना परेशान कर सकता है। अस्थमा पेशेंट की श्वसन प्रणाली वातावरण में मौजूद धूल और एलर्जी के कारण बिगड़ सकती है, जिससे कि सांस लेने में तकलीफ होती है। साथ ही अस्थमा का दौरा भी पड़ सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एयर कंडीशन की हवा में नमी कम होती है। इस कारण से श्वसन मार्ग सूख जाता है सूखी हवा के कारण अस्थमा के लक्षण अधिक खराब हो सकते हैं।
अस्थमा पेशेंट्स को एसी से एलर्जी
एयर कंडीशन चलने के दौरान वातावरण में मौजूद धूल कण, परागकण या अन्य गंदगी अस्थमा पेशेंट की एलर्जी को बढ़ा सकते हैं। इस कारण से अस्थमा अटैक पड़ने का खतरा अधिक बढ़ जाता है। डॉक्टर अस्थमा पेशेंट को एसी में न बैठने की सलाह इसी कारण से देते हैं। अगर आप भी गर्मी में एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर लें।
तापमान बदलने से अस्थमा पेशेंट को समस्या
एयर कंडीशन का तापमान बार-बार बदलने से भी अस्थमा पेशेंट को परेशानी हो सकती है। कई बार तो सर्दी के लक्षण इतने ज्यादा बढ़ जाते हैं कि व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती भी करना पड़ सकता है। ऐसे में एसी का इस्तेमाल न करना ही बेहतर माना जाता है।
अस्थमा पेशेंट्स के लिए एसी संबंधी सावधानी
- अगर अस्थमा पेशेंट एयर कंडीशन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उनको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- एयर कंडीशन की नियमित सफाई जरूर होनी चाहिए ताकि उसमें धूल या बैक्टीरिया ना इकट्ठा हो।
- एयर कंडीशन के फिल्टर को भी समय-समय पर साफ करना चाहिए।
- एसी का इस्तेमाल किया जा रहा है तो कमरे में नमी को बनाए रखने के लिए ह्यूमिडिफायर यूज करें।
- अस्थमा पेशेंट को अपने साथ इनहेलर रखना चाहिए ताकि दिक्कत होने पर तुरंत इस्तेमाल किया जा सके।
- अस्थमा पेशेंट चाहे तो एयर कंडीशन में बैठने के दौरान मास्क पहन सकते हैं। एयर कंडीशन का तापमान 25 से 26 डिग्री के बीच रखना चाहिए।