सार
PCOS What to eat and what not to eat: PCOS में हार्मोनल असंतुलन के कारण अनियमित पीरियड्स, बालों का झड़ना जैसी समस्याएं होती हैं। सही डाइट से इसे मैनेज किया जा सकता है। जानें PCOS में खाने और न खाने वाली चीजें।
हेल्थ डेस्क : PCOS (Polycystic Ovary Syndrome) एक हार्मोनल समस्या है। PCOS महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली एक सामान्य स्थिति है। इसका कारण शरीर में एंड्रोजेन (मेल हार्मोन) का बढ़ना, इंसुलिन रेसिस्टेंस और जेनेटिक फैक्टर्स होते हैं। जिसकी वजह से अनियमित पीरियड्स, चेहरे या शरीर पर ज्यादा बाल आना, वजन बढ़ना, पिंपल्स और सिर के बालों का झड़ना जैसे समस्यों का सामना करना पड़ता है। जिसमें सही डाइट बहुत महत्वपूर्ण होती है। यहां जानें PCOS में खाने और न खाने वाली चीजों की डिटेल जानकारी।
PCOS में क्या खाना चाहिए?
सबसे पहली बात पीसीओएस में लो-ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) फूड्स खाने चाहिए। ये फूड्स ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं। आप इनमें जौ, बाजरा, ओट्स, ब्राउन राइस, क्विनोआ, हरी सब्जियां जैसे पालक, ब्रोकली और फाइबर युक्त आहार शामिल करें। क्योंक फाइबर पाचन को धीमा करता है और इंसुलिन को नियंत्रित करता है।
सारा अली खान को थी PCOS, 7 Morning Drink पीकर आप भी करें Overcome
फाइबर के लिए क्या खाएं?
रिच फाइबर के लिए आप फलों का सेवन करें। इसमें सेब, संतरा, बेरीज जरूर लें। साथ ही सब्जियों में शिमला मिर्च, गाजर, खीरा खाएं।
प्रोटीन युक्त भोजन शामिल करें
प्रोटीन ब्लड शुगर को स्थिर करता है और लंबे समय तक पेट भरा रखता है। आप डाइट में दालें, चने, राजमा, अंडे, मछली, चिकन (ग्रिल्ड/बेक्ड) को शामिल करें।
हेल्दी फैट्स कभी ना भूलें
हेल्दी फैट्स हार्मोन उत्पादन में मदद करते हैं। जैसे एवोकाडो, नट्स, सीड्स (फ्लैक्ससीड, चिया सीड), ऑलिव ऑयल, नारियल का तेल आदि।
एंटीऑक्सिडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स
सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। जैसे हल्दी, अदरक, ग्रीन टी आदि को डाइट में शामिल करें। साथ ही डार्क चॉकलेट (कम शक्कर वाली) सा सेवन करें।
हर्बल टी और डेयरी ऑप्शन
लो-फैट डेयरी का इस्तेमाल करें या वैकल्पिक दूध जैसे बादाम दूध, नारियल दूध। साथ ही ग्रीन टी और पुदीना टी PCOS के लक्षणों में फायदेमंद होती है।
PCOS में क्या नहीं खाना चाहिए?
प्रोसेस्ड फूड्स और जंक फूड्स: इनमें ज्यादा शुगर, नमक और ट्रांस फैट होता है। पैकेज्ड स्नैक्स, चिप्स, केक, पेस्ट्री से बचें।
रिफाइंड कार्ब्स: ये ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं। सफेद ब्रेड, मैदा, पास्ता को छोड़ें।
शक्कर और मीठे पेय: ये वजन बढ़ाने और इंसुलिन सेंसिटिविटी को खराब करते हैं। इसीलिए सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैक्ड जूस, कैंडी खाने से बचें।
अत्यधिक डेयरी प्रोडक्ट्स: डेयरी हार्मोनल असंतुलन को बढ़ा सकती है। फुल फैट दूध, क्रीम, मक्खन अवॉइड करें।
सैचुरेटेड और ट्रांस फैट: ये सूजन बढ़ा सकते हैं और हार्मोनल इम्बैलेंस कर सकते हैं। तला हुआ खाना, पैकेज्ड बेकरी प्रोडक्ट्स छोड़ें।
कैफीन और अल्कोहल: ये हार्मोनल डिसरप्शन का कारण बन सकते हैं। कॉफी, शराब आदि से दूरी बनाएं।
सोडियम से भरपूर फूड्स: ये पानी की रिटेंशन और सूजन को बढ़ा सकते हैं। पापड़, अचार, इंस्टेंट नूडल्स आदि लें।
1 छोटी सिगरेट 20 मिनट की जिंदगी रही निगल, चौंका देंगे नए आकड़ें