Sugar and health: कई बीमारियों वगैरह कई वजहों से लोग मीठा खाना पूरी तरह छोड़ देते हैं। लेकिन चीनी पूरी तरह छोड़ने से पहले ये जानना बहुत है कि हमारे शरीर में क्या-क्या बदलाव आते हैं।

Changes from quitting sugar: शक्कर या मीठा हमारी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा बन गया है। मीठी चीजें, कोल्ड ड्रिंक्स, पैक्ड फूड से लेकर कई चीजों में शक्कर का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादा चीनी खाना सेहत के लिए नुकसानदेह है। अगर कोई व्यक्ति चीनी खाना अचानक से छोड़ दे तो जानिए शरीर पर क्या असर होता है।

1.शरीर फील करेगा फ्रेश और एक्टिव

चीनी भले ही तुरंत एनर्जी देती है, लेकिन इससे ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता और फिर गिरता है। इससे आपको थकान महसूस होती है। चीनी छोड़ने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, इंसुलिन कम बनता है, और एनर्जी लेवल में उतार-चढ़ाव कम होता है। आप दिनभर ज्यादा एक्टिव और फ्रेश महसूस करेंगे।

2.मूड और दिमाग होगा बेहतर

चीनी दिमाग में डोपामाइन रिलीज करती है, जिससे थोड़ी देर के लिए खुशी मिलती है। लेकिन इससे चीनी की लत लग सकती है और मूड स्विंग्स हो सकते हैं। चीनी छोड़ने से दिमाग में सूजन कम होती है, न्यूरोट्रांसमीटर बैलेंस होते हैं। इससे चिंता, डिप्रेशन जैसी समस्याए कम हो सकती हैं। फोकस के साथ याददाश्त बेहतर होगी।

3.वेट लॉस में मिलेगा फायदा

चीनी में कैलोरी ज्यादा और पोषण कम होता है। ये वजन बढ़ने का एक बड़ा कारण है। चीनी छोड़ने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है। इंसुलिन फैट स्टोर करने वाला हार्मोन है, इसलिए इसका लेवल कम होने से फैट कम होता है। भूख भी कम लगती है, जिससे आप हेल्दी खाना चुनते हैं।

4.स्किन प्रॉब्लम्स होगी दूर

ज्यादा चीनी खाने से त्वचा में सूजन होती है, जिससे मुहांसे, झुर्रियां और दूसरी स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। चीनी छोड़ने से शरीर में सूजन कम होती है, जिससे त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन का प्रोडक्शन बढ़ता है। इससे त्वचा जवां और चमकदार दिखती है।

5. डेंटल हेल्थ 

चीनी मुंह के बैक्टीरिया का खाना है, जो एसिड बनाकर दांतों को खराब करते हैं। इससे कैविटी और दांतों से जुड़ी दूसरी समस्याएं होती हैं। चीनी छोड़ने से मुंह में एसिडिटी कम होती है, जिससे कैविटी होने का खतरा कम होता है। मसूड़ों की सेहत भी बेहतर होती है।

6.दिल की सेहत सुधरेगी

ज्यादा चीनी खाने से हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और सूजन होती है, जो दिल की बीमारी के रिस्क फैक्टर हैं। चीनी छोड़ने से ब्लड प्रेशर कम होता है, गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ता है और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) कम होता है। दिल की बीमारी का खतरा काफी कम हो जाता है।

7.डायबिटीज का खतरा होगा कम

ज्यादा चीनी खाने से इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है, जो टाइप 2 डायबिटीज का एक बड़ा कारण है। चीनी छोड़ने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम होता है।

8.पाचन होगा बेहतर 

चीनी आंतों में हानिकारक बैक्टीरिया की ग्रोथ बढ़ाती है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं और सूजन होती है। चीनी छोड़ने से आंतों में अच्छे बैक्टीरिया का बैलेंस बेहतर होता है। पाचन ठीक होता है, गैस और पेट फूलने की समस्या कम होती है।

चीनी छोड़ना शुरू में थोड़ा मुश्किल हो सकता है, सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लेकिन कुछ दिनों में ये समस्याएं दूर हो जाती हैं। आप चीनी के अन्य विकल्प चुन सकते हैं।