सार

How much walking is too much: वॉकिंग वजन कम करने, दिल की सेहत सुधारने और मानसिक शांति देने में मदद करती है। लेकिन ज़्यादा चलने से घुटनों, पीठ और जोड़ों में दर्द हो सकता है। सही वॉकिंग टिप्स जानें।

Side effects of walking too much कसरत में सबसे आसान और हल्की कसरत पैदल चलना है। वज़न कम करने से लेकर डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने तक, पैदल चलने के कई फ़ायदे हैं। इस कसरत के लिए किसी ख़ास उपकरण की ज़रूरत नहीं होती। बस आपके पास 30 मिनट और चलने का जज़्बा होना चाहिए। लेकिन पैदल चलने के जितने भी स्वास्थ्य लाभ होते हैं, कुछ लोगों को चलने से पूरा फ़ायदा नहीं मिल पाता। ज़्यादा पैदल चलने से किन लोगों को नुकसान हो सकता है? कौन सी समस्याएं हो सकती हैं? किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? ये सब हम इस पोस्ट में जानेंगे।

मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द (Muscle and joint pain relief) 

कुछ लोगों को पैदल चलने से पैरों में दर्द होता है। ये सामान्य लग सकता है, लेकिन दर्द की तीव्रता पर ध्यान देना चाहिए। मांसपेशियों में खिंचाव, जांघों में दर्द हो सकता है। पैदल चलने के 24 घंटे बाद या 48 घंटे के अंदर ऐसा दर्द हो सकता है। कोई भी कसरत शुरू करने पर इस तरह का दर्द होना सामान्य है। लेकिन अगर ये दर्द लंबे समय तक रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। समतल और अच्छी जगह पर पैदल चलने से पैरों के दर्द से बचा जा सकता है। बिना जूतों के खराब जगह पर चलने से घुटनों, जोड़ों और टखनों में दर्द हो सकता है। गठिया बढ़ने का भी ख़तरा रहता है।

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पीठ के निचले हिस्से में दर्द ( Severe lower back pain unable to walk) 

अगर आप सही तरीके से नहीं चलते हैं, तो आपको पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है। अगर आपकी कोर मसल्स पहले से ही कमज़ोर हैं, तो लगातार चलने से दर्द हो सकता है। क्योंकि जब आप लंबी दूरी तक चलते हैं, तो शरीर के वज़न के कारण पीठ के निचले हिस्से पर दबाव पड़ता है। इसे शुरुआत में ही ध्यान देकर ठीक करना चाहिए। सही तरीके से चलने से ही पूरा फ़ायदा मिलता है। नहीं तो साइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं। इस दर्द में चलने के साथ-साथ खड़े होने में भी दिक्कत होती है।

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एड़ी में दर्द ( Heel Pain Causes) 

पैदल चलने से सिर्फ़ पैरों में ही नहीं, बल्कि एड़ियों और पैरों के तलवों में भी दर्द हो सकता है। पैर की उंगलियों में भी दबाव के कारण दर्द हो सकता है। अगर आप ज़्यादा पैदल चलते हैं, तो शरीर ये लक्षण दिखा सकता है। एड़ी का दर्द भी उनमें से एक है। इस दर्द का कारण ज़्यादा चलने से पैर की उंगलियों से जुड़ी एड़ी की हड्डी के टिशू का सूजना है। पैरों पर बार-बार दबाव पड़ने से एड़ी सूज जाती है। चलने के बाद आराम न करना, सही जूते न पहनना, ये सब इस दर्द के कारण हैं। ज़्यादा चलने से छाले भी हो सकते हैं। अगर आप पहले से ही छोटे जूते पहनते हैं, तो लंबी दूरी तक चलने पर छाले हो सकते हैं।

हड्डियों के दर्द का कारण (Causes of bone pain) 

ज़्यादा पैदल चलने से पैरों और टखनों में सूजन आ जाती है। इस सूजन के कारण लंबे समय तक खड़े रहना और लंबी दूरी तक चलना मुश्किल हो जाता है। कुछ लोगों को पिंडली की हड्डी में दर्द होता है। अचानक से ज़्यादा चलने वालों को ये दर्द होने की संभावना ज़्यादा होती है। अगर आप अपनी क्षमता से ज़्यादा चलते हैं, तो आपकी मांसपेशियों, टेंडन्स और हड्डियों के आसपास के टिशू पर दबाव पड़ता है और सूजन आ जाती है। इससे दर्द हो सकता है।

पैदल चलने के फायदे ( Benefits of Walking Daily)

पैदल चलना सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। ये आपके दिल की सेहत, मानसिक स्वास्थ्य, पैरों की मज़बूती और वज़न कम करने में मदद करता है। लेकिन अपने वज़न के हिसाब से एक निश्चित समय और दूरी तक ही चलना चाहिए। जल्दी वज़न कम करने के चक्कर में घंटों और कई किलोमीटर तक चलना शरीर में हड्डियों के घिसाव, चोट और दर्द का कारण बन सकता है। इससे आपको कोई फ़ायदा नहीं होगा। इसलिए 30 से 45 मिनट तक ही पैदल चलना चाहिए। बीच-बीच में आराम भी करना चाहिए। रोज़ लगातार चलने की ज़रूरत नहीं है। हफ़्ते में 3 या 4 दिन चलना काफ़ी है। 2 दिन पैरों को मज़बूत बनाने वाली एक्सरसाइज़ (स्ट्रेंथ ट्रेनिंग) करनी चाहिए। अच्छे जूते पहनकर चलना चाहिए। चलते समय सही पोस्चर बनाए रखना चाहिए।

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