How to Get Rid of Gas Pain: अगर आपको गैस की समस्या है, तो पेट दर्द होना आम बात है। लेकिन एक आसान तरीका है जिससे आपको गैस और पेट दर्द दोनों से आराम मिल सकता है।
पेट में भारीपन और गैस की समस्या आजकल बेहद आम हो गई है। बदलती लाइफस्टाइल, अनियमित खानपान, देर रात का खाना, जंक फूड, और स्ट्रेस जैसी कई आदतें हमारे पाचन पर सीधा असर डालती हैं। नतीजा पेट फूला हुआ लगता है, डकार आती है और दिनभर बेचैनी बनी रहती है। यह न केवल शारीरिक असहजता देता है, बल्कि हमारी कार्यक्षमता और मूड पर भी असर डालता है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि यह समस्या मामूली बदलावों से काफी हद तक नियंत्रित की जा सकती है। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट यानी पाचन रोग विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ उपाय अपनाकर आप न केवल गैस की समस्या से राहत पा सकते हैं, बल्कि इसके दोबारा होने से भी बच सकते हैं।
पेट फूलने या गैस बनने के कारण
- गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट इस समस्या के मूल कारणों को समझने पर ज़ोर देते हैं।
- कुछ खाद्य पदार्थ, खासकर फाइबर से भरपूर बीन्स, दाल, पत्ता गोभी, ब्रोकली और साबुत अनाज, कुछ लोगों में गैस बढ़ा सकते हैं। कार्बोनेटेड पेय (सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स) और ज़्यादा फैट वाले खाने से भी समस्या बढ़ सकती है।
- जल्दी-जल्दी खाने से ज़्यादा हवा अंदर चली जाती है जिससे गैस बनती है।
- इरिटेबल बाउल सिंड्रोम, लैक्टोज असहिष्णुता, ग्लूटेन असहिष्णुता जैसी कुछ पाचन संबंधी समस्याएं पेट में लगातार भारीपन और गैस का कारण बन सकती हैं।
- कब्ज़ की वजह से भी गैस और पेट फूल सकता है। आंत में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया का असंतुलन पाचन संबंधी परेशानियां पैदा कर सकता है।
- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के तौर पर भी पेट में भारीपन और गैस हो सकती है।
गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट के बताए गए उपाय
- एक बार में ज़्यादा खाने के बजाय, पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा करके कई बार खाना खाने से पाचन तंत्र पर बोझ कम होता है।
- खाना अच्छी तरह चबाकर खाने से पाचन आसान होता है और हवा अंदर जाने से बचती है।
- जिन खाद्य पदार्थों से आपको गैस बनती है, उन्हें पहचानें और कुछ समय के लिए अपनी डाइट से हटा दें। फिर, धीरे-धीरे उन्हें वापस शामिल करें, ताकि आप समझ सकें कि कौन से खाद्य पदार्थ समस्या पैदा कर रहे हैं।
- फाइबर कब्ज़ से बचाने में मदद करता है। लेकिन, एक साथ ज़्यादा फाइबर वाला खाना खाने से गैस बन सकती है। इसलिए, धीरे-धीरे अपनी डाइट में फाइबर वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
- रोज़ाना पर्याप्त पानी पीना पाचन और कब्ज़ से बचने के लिए ज़रूरी है।
- सोडा और दूसरे कार्बोनेटेड पेय पेट में गैस बढ़ाते हैं और पेट फुलाते हैं।
- शुगर-फ्री च्युइंग गम और कुछ शुगर-फ्री मिठाइयों में मौजूद शुगर अल्कोहल गैस बना सकते हैं।
- हल्का व्यायाम, योग, ध्यान या साँस लेने के व्यायाम पाचन तंत्र को सक्रिय करते हैं और गैस और पेट के फूलने को कम करने में मदद करते हैं।
- अगर पेट का भारीपन और गैस की समस्या लंबे समय तक रहती है या गंभीर है, या वज़न कम होना, खून आना, पेट दर्द, बुखार जैसे लक्षणों के साथ है, तो तुरंत गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से सलाह लेना ज़रूरी है। यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।