Cancer Spread During Chemotherapy: नई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि कीमोथेरेपी के दौरान निष्क्रिय कैंसर कोशिकाएं सक्रिय होकर कैंसर को शरीर के अन्य भागों में फैला सकती हैं। 

शरीर में कैंसर की सक्रिय और निष्क्रिय दोनों प्रकार की कोशिकाएं मौजूद होती हैं। कैंसर ट्रीटमेंट के दौरान सक्रिय कोशिकाओं को हटाने का काम किया जाता है। चीन द्वारा की गई स्टडी में यह बात सामने आई है कि कीमोथेरिपी ट्रीटमेंट के दौरान निष्क्रिय कोशिकाएं एक्टिव हो जाती हैं जिससे कि शरीर के अन्य स्थानों में कैंसर फैलने का खतरा बढ़ जाता है। जिस स्थान में मूल ट्यूमर है, वहां से शरीर के विभिन्न हिस्सों में कीमोथेरेपी के दौरान कैंसर का प्रसार होता है। आईए जानते हैं स्टडी में और क्या अधिक बातें बताई गई।

कीमोथेरिपी दवाओं से कैंसर फैलने का खतरा

जर्नल कैंसर सेल में प्रकाशित पेपर में लिखा गया है कि डोक्सोरूबिसिन और सिस्प्लैटिन सहित कीमोथेरेपीटिक दवाएं निष्क्रिय स्तन कैंसर सेल्स के साथ ही लंग्स मेटास्टेसिस (कैंसर शरीर के किसी अन्य हिस्से से फेफड़ों में फैल गया है) को बढ़ावा देती हैं।

स्टडी में पाया गया कि अधिक उम्र के फाइब्रोब्लास्ट(Fibroblasts) एक प्रोटीन का निर्माण करते हैं जो इम्यून सेल्स से न्यूट्रोफिल्स नाम का स्ट्रक्चर बनवाने का काम करती है। न्यूट्रोफिल एक्स्ट्रासेलुलर ट्रैप या जाल लंग्स के वातावरण को बदल देता है और इस कारण से इनएक्टिव कैंसर सेल्स एक्टिव हो जाती हैं। स्टडी के परिणाम को ध्यान रखते हुए ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरेपी के साथ सेनोलिटिक दवाओं का प्रभाव जांचा जा रहा है और इस पर स्टडी की जा रही है।

कीमोथेरिपी से कैसे कैंसर का ट्रीटमेंट किया जाता है?

कैंसर का ट्रीटमेंट करने के लिए कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। ट्रीटमेंट के दौरान दवाओं का इस्तेमाल करके तेजी से बढ़ती कैंसर सेल्स को टारगेट किया जाता है। कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट के एक नहीं बल्कि कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कीमोथेरेपी के दौरान न सिर्फ कैंसर सेल्स बल्कि शरीर में किसी भी तरह की तेजी से बढ़ने वाली कोशिकाओं नष्ट हो जाती हैं। साथ ही सेल डिविजन साइकिल भी डिस्टर्ब हो जाती हैं।

किसी व्यक्ति को कीमोथेरेपी देने के दौरान कैंसर सेल्स भले ही मर जाती हो लेकिन डायजेस्टिव सिस्टम, इम्यून सिस्टम, हेयर, स्किन और नाखूनों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कीमोथेरेपी से ट्यूमर सेल्स को सिकोड़ा जाता है ताकि उन्हें बढ़ने और फैलेने से रोका जा सके, साथ ही कैंसर की बढ़ती गति नियंत्रित हो सके। 

और पढ़ें: 5 सब्जियों से बनाएं ये सुपर डिटॉक्स ड्रिंक, 7 दिन में घटेगा पेट