पीरियड्स के दर्द और अनियमितता को ठीक करने के लिए प्राकृतिक उपाय अपनाएं। दालचीनी, हरा पपीता और अदरक का सेवन करने के साथ ही हार्मोन को संतुलित करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।

हेल्थ डेस्क: आजकल सोशल मीडिया में स्वास्थ्य संबंधी जानकारी वाले वीडियो धड़ल्ले से बन रहे हैं। हर कोई स्वास्थ्य के बारे में ज्ञान देते हुए नजर आता है। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें पूकी बाबा यानी अनिरुद्धाचार्य महाराज पीरियड्स को रेगुलर करने संबंधी बात करते दिख रहे हैं।

घी से महावारी नियमित करने की दी सलाह

अनिरुद्धाचार्य महाराज वीडियो में बताते दिख रहे हैं कि जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्यादा दर्द होता है और ब्लड क्लॉट्स आते हैं, उन्हें पानी के साथ घी का सेवन करना चाहिए। महाराज बताते हैं कि गुनगुने पानी में एक चम्मच घी मिलाएं और पीरियड्स के पहले दिन ही इसे पिएं। इससे न सिर्फ आपका दर्द खत्म होगा बल्कि माहवारी भी नियमित हो जाएगी।

View post on Instagram
 

क्या घी खाने से महावारी होती है नियमित?

देसी घी का सेवन शरीर को बहुत से फायदे पहुंचाता है। घी में विटामिन A, D, E और K जैसे न्यूट्रिएंट्स होते हैं। घी का सेवन डाइजेशन को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता हैं। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए घी काम आता है और शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकलता है। जब गर्म पानी के साथ घी पिया जाता है तो इंटेस्टाइन का स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। इतने लाभ के बावजूद देशी घी का पीरियड्स को रेगुलर करने में कोई संबंध नहीं है। 

माहवारी नियमित कैसे करें?

भले ही देशी घी का सेवन शरीर को बहुत से फायदे पहुंचाता हो लेकिन माहवारी को नियमित करने के लिए घी का उपाय न करें। आप पीरियड्स को नियमित करने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनी सकती हैं।

दालचीनी: रोजाना दूध में थोड़ी सी दालचीनी मिलाकर पिएं, इससे आपके हार्मोन कंट्रोल होंगे और पीरियड्स समय में  आएंगे।

हरा पपीता: आप कच्चा पपीता खा सकती हैं। हरा पपीता गर्भाशय के संकुचन को बढ़ाता है जिससे माहवारी समय पर होती है। 

अदरक: अदरक की चाय से भी ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और पीरियड्स अनियमित नहीं रहते।

इसके साथ ही आप हार्मोन को बैलेंस करने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल जैसे कि रोजाना व्यायाम, संतुलित आहार और स्ट्रेट मैनेजमेंट भी अपना सकती है।

और पढ़ें: बर्थ कंट्रोल पिल्स से वर्कआउट पर असर? पढ़ें नई रिसर्च का खुलासा