MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • ताज़ा खबर
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • Home
  • Lifestyle
  • Health
  • ज्यादा सोना भी जानलेवा! कम नींद के भी जानें 8 खतरे

ज्यादा सोना भी जानलेवा! कम नींद के भी जानें 8 खतरे

Oversleeping health risks: काम के बीच में थोड़ा आराम या फिर थकान मिटाने के लिए हम सबको झपकी लेना अच्छा लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज़्यादा सोना सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है? पूरी जानकारी के लिए देखें ये फोटो गैलरी…

3 Min read
Shivangi Chauhan
Published : May 23 2025, 05:51 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
110
नींद का सही पैमाना जानें
Image Credit : Freepik

नींद का सही पैमाना जानें

नौ घंटे से ज़्यादा सोना ज़रूरत से ज़्यादा नींद माना जाता है। लेकिन लगभग सभी नींद विशेषज्ञ दिन में नींद या झपकी आने को ज़्यादा सोने का एक अहम लक्षण मानते हैं। कारण जानकर आप हैरान रह जाएंगे।

210
ज़्यादा सोने की समस्या
Image Credit : Freepik

ज़्यादा सोने की समस्या

ज़्यादा सोना कई बार कई कारणों से होता है और कई बार कोई कारण नहीं मिलता। ज़्यादा सोने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं।

Related Articles

बाल झड़ना रुकेगा, ये 3 चीजें खाना छोड़े
बाल झड़ना रुकेगा, ये 3 चीजें खाना छोड़े
कोरोना के लक्षण दिखने पर कितना सुरक्षित है OTC मेडिसिन लेना?
कोरोना के लक्षण दिखने पर कितना सुरक्षित है OTC मेडिसिन लेना?
310
हाइपोथायरायडिज्म
Image Credit : unsplash

हाइपोथायरायडिज्म

थायराइड हार्मोन की कमी से यह बीमारी होती है। हाइपोथायरायडिज्म का एक प्रमुख लक्षण है ज़्यादा नींद आना, यहाँ तक कि बैठे-बैठे भी नींद आ जाती है। इसलिए अगर किसी को ज़्यादा नींद आने की समस्या है, तो डॉक्टर थायराइड हार्मोन की जाँच करवाने की सलाह देते हैं।

410
खून की कमी आना
Image Credit : stockPhoto

खून की कमी आना

आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया भी एक कारण है। हमारे देश में बच्चे पैदा करने वाली उम्र की ज़्यादातर महिलाएं आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया से पीड़ित होती हैं। इस तरह के एनीमिया से पीड़ित लोग ज़्यादा सोते हैं।

510
नींद में पैर हिलाने की समस्या
Image Credit : Getty

नींद में पैर हिलाने की समस्या

डॉक्टरों के अनुसार, रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम (RLS) और पेरियोडिक लिम्ब मूवमेंट डिसऑर्डर (PLMD) नामक दो बीमारियों में नींद के दौरान व्यक्ति ज़्यादा पैर हिलाता है या लात मारता है। इस तरह की समस्या से पीड़ित लोगों में ज़्यादा सोने की प्रवृत्ति देखी जाती है।

610
मोटापा भी एक बड़ा कारण
Image Credit : Getty

मोटापा भी एक बड़ा कारण

जो लोग ज़्यादा वजन की समस्या से जूझ रहे हैं, वे भी ज़्यादा सो सकते हैं। वे दिन का ज़्यादातर समय सोते हुए बिता सकते हैं।

710
रात में कम नींद
Image Credit : Getty

रात में कम नींद

जिनकी नींद रात में कई कारणों से टूट जाती है या जो पर्याप्त नींद नहीं ले पाते, वे भी दिन में ज़्यादा सो सकते हैं। आधुनिक जीवनशैली में बदलाव के कारण लोग रात में जागते हैं और ज़्यादातर मामलों में उन्हें पता ही नहीं चलता कि वे ज़रूरत से कम सो रहे हैं। इस स्थिति को बिहेवियरली इंड्यूस्ड इनसफिशिएंट स्लीप सिंड्रोम नामक एक नई बीमारी के रूप में पहचाना गया है। इसकी वजह से भी ज़्यादा नींद आने की समस्या हो सकती है।

810
नींद में सांस रुक जाना या स्लीप एपनिया
Image Credit : Getty

नींद में सांस रुक जाना या स्लीप एपनिया

इस तरह की बीमारी में रात में नींद के दौरान लगभग 10 सेकंड के लिए सांस रुक जाती है और यह एक रात में 30 से ज़्यादा बार हो सकता है। इस बीमारी के मरीज दिन में ज़्यादा सोते हैं। यह बीमारी कई कारणों से महत्वपूर्ण है। इसमें दिल की धड़कन अनियमित होने या दिल का दौरा पड़ने से नींद में अचानक मौत हो सकती है।

910
नार्कोलेप्सी बीमारी
Image Credit : instagram

नार्कोलेप्सी बीमारी

इस बीमारी से पीड़ित लोग दिन में यहां तक कि काम करते समय भी 5 मिनट या 30 मिनट के लिए सो जाते हैं, जो दिन में कई बार हो सकता है। यह बीमारी चालीस साल की उम्र से पहले ज़्यादा देखी जाती है।

1010
मानसिक अवसाद
Image Credit : Getty

मानसिक अवसाद

अवसाद से पीड़ित लोगों का एक बड़ा हिस्सा अनिद्रा की समस्या से जूझता है, फिर भी काफी संख्या में अवसादग्रस्त लोग (लगभग 15%) ज़्यादा सोते हैं।

About the Author

SC
Shivangi Chauhan
शिवांगी चौहान। 2016 से पत्रकारिता की शुरुआत। मीडिया जगत में 9 साल का अनुभव। 2023 से एशियानेट न्यूज हिंदी से जुड़ीं। राइटिंग स्किल में खासतौर पर लाइफस्टाइल डेस्क, फैशन, एंटरटेनमेंट, फूड, ट्रेंडिंग और हेल्थ से जुड़े मुद्दों पर लिखने में दिलचस्पी। इससे पहले टाइम्स नाउ नवभारत और दैनिक भास्कर जैसे कई मीडिया संस्थानों के साथ काम करते हुए इनके पास डिजिटल मीडिया, टीवी न्यूज चैनल फॉर्मेट्स, अखबार और वेब स्टोरी डेस्क का अच्छा अनुभव है। इनसे shivangi.chauhan@asianetnews.in पर संपर्क किया जा सकता है। पत्रकारिता और योग में इन्होंने डबल MA किया हुआ है।
स्वास्थ्य समाचार
 
Recommended Stories
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • Andriod_icon
  • IOS_icon
  • About Us
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved