International yoga day 2025: मंत्र योग से मिलती है शांति, एकाग्रता और आध्यात्मिक ऊर्जा। जानिए सूर्य नमस्कार में मंत्रों का महत्व, शाबर मंत्र का प्रभाव और कैसे मंत्र योग डिप्रेशन को कम करता है।

Mantra Yoga: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि योग से हमें शांति मिलती है। योगा एक पॉज बटन की तरह का करता है और सांस लेने नियंत्रण प्रदन करता है। योग के दौरान मंत्रों का उच्चारण करने से न सिर्फ चेतना अधिक शुद्ध अवस्था में आती है बल्कि मन शांत भी होता है। योगा स्ट्रेस को कम करने से महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।जानिए मंत्रा योगा शरीर को कैसे लाभ पहुंचाता है।

सूर्य नमस्कार के दौरान मंत्रोच्चारण

सूर्य नमस्कार के दौरान तेरह मंत्रों को बोला जाता और साथ में 12 आसन किए जाते हैं। मंत्रों के साथ योगा करने से शरीर को न सिर्फ सकारात्म ऊर्जा मिलती है बल्कि तनाव छू मंतर हो जाता है।

मंत्रोच्चारण से आध्यात्मिक ऊर्जा

योग के दौरान मंत्रोच्चारण से न सिर्फ आध्यात्मिक ऊर्जा जागृत होती है बल्कि व्यक्ति के शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। व्यक्ति के अंदर बसे नकारात्मक भाव भी दूर होने लगते हैं। व्यक्ति की काम के प्रति एकाग्रता भी बढ़ती है।

डिप्रेशन पेशेंट करते हैं बेहतर महसूस

पवित्र ध्वनियों, शब्दों, या वाक्यांशों को दोहराने से सांस संबंधी समस्या में भी राहत मिलती है। जिन लोगों को ध्यान केंद्रित करने में समस्या होती है उन्हें भी योग के दौरान ओम या गायंत्री मंत्र का जाप करना चाहिए। ध्वनियों को सुनकर डिप्रेशन भी कम होने लगता है।

रोग दूर करने के लिए शाबर मंत्र

गुरु गोरखनाथ और नाथ संप्रदाय द्वारा शाबर मंत्र का जाप किया जाता है। रोग की मुक्ति के लिए विभिन्न भाषाओं में शाबर मंत्र का जाप किया जाता है जो कि लोगों को असरकारी महसूस होता है।

अकेलापन होता है दूर

मंत्र गायन मंडलियों के साथ योग के दौरान मंत्रोच्चारण करने पर व्यक्ति का अकेलापन दूर होता है और लोगों का एक-दूसरे से आत्मीय संबंध बनता है। इसके कारण लोग तनाव से खुद को दूर महसूस करते हैं।