Sleep disorder: रात में बार-बार नींद टूटना, तनाव, कैफीन, हार्मोनल बदलाव या स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। जानिए बार-बार जागने के कारण, खतरे और गहरी नींद पाने के आसान उपाय। अगर यह समस्या रोज़ हो रही है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
पूरा दिन ऑफिस और घर के कामों में थक जाते हैं। थक कर बिस्तर पर लेटते ही बस यही चाहते हैं कि गहरी नींद आ जाए। लेकिन, बहुत से लोगों को चैन की नींद भी नसीब नहीं होती। लेटते ही नींद तो आ जाती है, लेकिन आधी रात को अचानक नींद खुल जाती है।
कभी-कभार आधी रात को नींद खुलना तो चलता है, लेकिन अगर ये रोज़ हो तो बहुत परेशानी होती है। जागने के बाद कितनी भी कोशिश करो, नींद नहीं आती। बहुत से लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन अगर आपको नींद न आने की समस्या हो रही है, तो इसका मतलब है कि आपका शरीर आपको कुछ बताने की कोशिश कर रहा है। जी हां, नींद में बार-बार जागना आपकी सेहत के लिए खतरे की घंटी हो सकती है।
हम बार-बार क्यों जागते हैं?
- डॉक्टरों के अनुसार, रात में बार-बार जागने के कई कारण हो सकते हैं।
- तनाव, चिंता- रोज़मर्रा के जीवन का तनाव आपकी नींद पर असर डाल सकता है।
- कैफीन- सोने से पहले कैफीन वाले पेय पदार्थ पीने से नींद में खलल पड़ सकता है।
- दवाइयां- कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट नींद न आना भी हो सकता है।
- हार्मोनल बदलाव- हार्मोनल बदलाव, खासकर पीरियड्स या मेनोपॉज़ के दौरान, नींद को प्रभावित कर सकते हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं- एसिडिटी, दमा या मूत्राशय की समस्याएं भी रात में नींद खुलने का कारण बन सकती हैं।
रात में बार-बार नींद टूटने का कारण
नींद के सही चक्र का न होना भी एक कारण हो सकता है। अनियमित सोने का समय, सोने से पहले स्क्रीन का इस्तेमाल जैसी बुरी आदतें भी रात में बार-बार जागने का कारण बन सकती हैं। ये शारीरिक और मानसिक सेहत पर बुरा असर डालता है क्योंकि इससे आपके शरीर को आराम नहीं मिल पाता। अगले दिन आप थके हुए, चिड़चिड़े और गुस्सैल महसूस करते हैं। अगर आपको ये समस्या हर रोज हो रही है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।