सार
flax-seeds: ज्यादा फाइबर होने के कारण, ये कब्ज़ दूर करने में मदद करते हैं। एक चम्मच अलसी के बीज में लगभग 2.8 ग्राम फाइबर होता है, जिसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं।
Home Remedies for Constipation: आजकल ज़्यादातर लोगों को कब्ज़ की समस्या होती है। खाने-पीने में कुछ बदलाव करके कब्ज़ से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है। अगर आपको कब्ज़ है, तो अपनी डाइट में अलसी के बीज ज़रूर शामिल करें। इनका एक फ़ायदा ये है कि ये कब्ज़ दूर करने में मददगार होते हैं।
न्यूट्रीशन एंड मेटाबॉलिज़्म में छपी एक स्टडी के मुताबिक, जिन लोगों ने 12 हफ़्तों तक रोज़ाना 10 ग्राम अलसी के बीज खाए, उनके कब्ज़ के लक्षण कम हुए। ये भी देखा गया कि अलसी के बीज बुज़ुर्गों में, जिन्हें लंबे समय से कब्ज़ की शिकायत थी, मल त्याग करने में सुधार ला सकते हैं।
अलसी बीज है न्यूट्रीशन का खजाना
इनमें ज़्यादा फाइबर होने के कारण, ये कब्ज़ दूर करने में मदद करते हैं। एक चम्मच अलसी के बीज में लगभग 2.8 ग्राम फाइबर होता है, जिसमें घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं। घुलनशील फाइबर पानी में घुलकर जेल जैसा पदार्थ बनाता है, जिससे मल नरम होता है। इससे मल आसानी से निकल जाता है।
अलसी के बीज कब्ज करेंगे दूर
अलसी के बीज आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। इनके प्रीबायोटिक गुण फायदेमंद आंतों के बैक्टीरिया को पोषण देते हैं। यूके की नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार, रोज़ाना दो चम्मच अलसी के बीज पानी में भिगोकर पीने से न सिर्फ़ कब्ज़ दूर होता है, बल्कि इम्यूनिटी भी बढ़ती है। अलसी के बीज चटनी या दूसरे खानों में मिलाकर भी खाए जा सकते हैं।
अलसी बीज का सेवन कैसे करें?
- कई बार जानकारी न होने के कारण लोग अलसी बीज का सही तरह से सेवन नहीं कर पाते हैं। आप अलसी बीज को हल्का भूनकर पीस लें। अलसी पाउडर को प्रोबाटिक्स से भरपूर दही या छाछ में मिलाकर पी सकते हैं।
- सैंडविच, टोस्ट या फिर स्मूदी में भी अलसी के बीजों को मिलाकर खाया जा सकता है।
- रातभर अलसी के बीज को भिगोकर उसे खाली पेट खाया भी जा सकता है। इससे पेट को राहत मिलती है।