सार

हिमालयन नमक में 84+ खनिज होते हैं, जबकि आयोडीन नमक थायराइड के लिए ज़रूरी आयोडीन देता है। दोनों के फायदे और नुकसान जानें, और सेहत के लिए सबसे अच्छा विकल्प चुनें।

नमक के बिना रसोई और खाना दोनों ही अधूरा है। बता दें कि सब्जी हो या चटनी हर चीज के बेहतर स्वाद के लिए नमक जरूरी है। हमारे यहां कई तरह के नमक का इस्तेमाल होता है, जैसे सेंधा नमक, आयोडीन नमक, काला नमक, हिमालयन नमक आदि। सभी तरह के नमक का इस्तेमाल अलग-अलग चीजों के लिए होता है, सभी नाम ही नहीं इन नमक के फायदे भी अलग हैं। ऐसे में आज के इस लेख में हम आपको हिमालयन नमक और आयोडीन नमक के बारे में बताएंगे, कि इन दोनों में सेहत के लिए कौन बढ़िया है।

हिमालयन नमक और आयोडीन नमक में अंतर

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हिमालयन नमक:

  • मूल स्थान: यह पाकिस्तान के खेवड़ा नमक खदानों से निकाला जाता है।
  • स्वरूप: मोटे और गुलाबी क्रिस्टल।
  • पोषक तत्व: इसमें 84 से अधिक खनिज होते हैं जैसे आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कैल्शियम।
  • कम सोडियम: इसमें साधारण टेबल साल्ट की तुलना में 33% कम सोडियम होता है।
  • प्राकृतिक: इसमें किसी प्रकार का एडिटिव या रिफाइनिंग प्रोसेस शामिल नहीं है।

फायदे:

  • हाइड्रेशन को बढ़ावा देता है।
  • इम्यून फंक्शन को सपोर्ट करता है।
  • पाचन में मदद करता है।
  • ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक हो सकता है।
  • इसमें प्राकृतिक एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं।

कमियां:

  • आयोडीन की कमी: इसमें आयोडीन नहीं होता, जो थायराइड के लिए जरूरी है।
  • अशुद्धियों की संभावना: इसमें सीसा और पारा जैसी अशुद्धियाँ हो सकती हैं।
  • खाना पकाने के लिए उपयुक्त नहीं: उच्च तापमान पर खनिज नष्ट हो सकते हैं।

आयोडाइज्ड नमक:

  • प्रक्रिया: यह रिफाइंड किया हुआ नमक है जिसमें आयोडीन मिलाया गया है।
  • स्वरूप: बारीक और सफेद क्रिस्टल।
  • आवश्यकता: थायराइड फंक्शन और ग्रोथ के लिए जरूरी आयोडीन प्रदान करता है।
  • रोगों की रोकथाम: आयोडीन की कमी से होने वाले विकार जैसे गॉइटर और क्रेटिनिज्म को रोकता है।

फायदे:

  • थायराइड स्वास्थ्य का समर्थन करता है।
  • आयोडीन की कमी को रोकता है।
  • किफायती और आसानी से उपलब्ध।

कमियां:

  • रिफाइनिंग प्रक्रिया के कारण अन्य खनिज खत्म हो जाते हैं।
  • इसमें एडिटिव्स (जैसे एंटी-कैकिंग एजेंट) मिलाए जाते हैं।
  • अधिक सेवन से उच्च रक्तचाप का खतरा हो सकता है।

सबसे अच्छा विकल्प:

दोनों का उपयोग करें:

  • हिमालयन नमक: खनिजों के लाभ के लिए।
  • आयोडाइज्ड नमक: आयोडीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए।

ध्यान रखें:

  • नमक का सेवन 5 ग्राम/दिन से अधिक न करें।
  • खाना पकाने के लिए हिमालयन नमक या अनरिफाइंड सी साल्ट का उपयोग करें।
  • दैनिक जरूरतों के लिए आयोडाइज्ड नमक का उपयोग करें।