सार
फूड डेस्क: सर्दियों का मौसम हो और गाजर हलवा की बात ना की जाए, ऐसा भला कैसे हो सकता है। सर्दियों के मौसम में लाल-लाल गाजर आती है, जिसे किसकर दूध, खोया और ड्राई फ्रूट्स डालकर मीठा-मीठा हलवा बनाया जाता है। गाजर का हलवा का नाम सुनते से ही मुंह में पानी आ जाता है, लेकिन सर्दियों के दौरान गाजर का हलवा खाना सेहत पर पॉजिटिव असर डालता है या नेगेटिव और इससे ब्लड शुगर लेवल कितना हाई हो सकता है आइए हम आपको बताते हैं गाजर और सूजी के हलवे में से कौन सा हलवा ज्यादा बेहतर होता है।
गाजर या सूजी कौन सा हलवा सर्दियों में बेहतर
इंस्टाग्राम पर rohansehgalofficial नाम से बने पेज पर विंटर डिजर्ट सीरीज में एक वीडियो शेयर किया गया। इसमें एक कटोरी यानी कि 175 ग्राम गाजर का हलवा खाया गया। जिसमें लगभग 275 कैलोरी होती है। इसे खाने के कुछ घंटे बाद जब ग्लूकोज मॉनिटर किया गया तो यह 24 एमजी बढ़ा हुआ पाया गया, जबकि एक कटोरी सूजी का हलवा खाने से 52 एमजी तक ग्लूकोस लेवल बढ़ सकता है, जो इससे डबल है। ऐसे में हलवा में हेल्दी ऑप्शन देखा जाए तो वह गाजर का हलवा है।
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गाजर का हलवा खाने के फायदे
गाजर के हलवे में गाजर का इस्तेमाल होता है, जो विटामिन ए, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। ये हमारी आंखों और स्किन के लिए फायदेमंद होता है। वहीं, सूजी या रवा में फाइबर नहीं पाया जाता है। इसके अलावा गाजर के हलवा बनाने में कम घी और दूध का इस्तेमाल होता है। वहीं, सूजी का हलवा बनाने में ज्यादा घी और दूध डाला जाता है। गाजर के हलवे में चीनी की मात्रा कम होती है, क्योंकि गाजर में अपनी स्वीटनेस होती है, जबकि सूजी के हलवे में चीनी ज्यादा डाली जाती है।
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