क्या वॉकिंग से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है? जानें क्या है फैक्ट
वॉकिंग सेहत के लिए तो अच्छी है, पर क्या ये हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में भी मददगार है? जानिए इसका जवाब और वॉकिंग के फ़ायदे।
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क्या वाकिंग से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है?: वॉकिंग करना न सिर्फ़ शरीर बल्कि दिमाग को भी चुस्त-दुरुस्त रखता है। इसके लिए किसी ख़ास उपकरण की ज़रूरत नहीं होती। इसे कहीं भी, कभी भी किया जा सकता है। 10 क़दम की जगह हो तो भी वॉकिंग की जा सकती है। अगर जगह बिलकुल भी नहीं है, तो खड़े-खड़े भी 'चलने जैसा' व्यायाम किया जा सकता है। यह एक आसान और फ़ायदेमंद कार्डियो एक्सरसाइज़ है। कहा जाता है कि यह डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर जैसी पुरानी बीमारियों को कम करने में भी मदद करता है। इस पोस्ट में हम जानेंगे कि क्या वाकिंग करने से हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
ब्लड प्रेशर यानी जब दिल धमनियों की दीवारों से होकर खून पंप करता है तो उस पर पड़ने वाला दबाव। धमनियों की दीवारों पर लगातार ज़्यादा दबाव पड़ने से दिल और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुँच सकता है। इससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी की समस्याएं हो सकती हैं। इन्हें रोकने के लिए हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना ज़रूरी है।
वॉकिंग - ब्लड प्रेशर;
वॉकिंग दिल की धड़कन को बढ़ाने वाला एक आसान व्यायाम है। नियमित रूप से वॉकिंग करने से दिल मज़बूत होता है। मज़बूत दिल, खून को आसानी से और अच्छी तरह से दूसरे अंगों तक पहुँचाता है। धमनियों पर दबाव कम होता है। वॉकिंग, धमनियों के काम करने के तरीक़े और उनके लचीलेपन को बेहतर बनाने में मदद करती है। मोटापा, दिल और रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालने का एक कारण है। वॉकिंग वज़न को कंट्रोल में रखने में मदद करती है। इससे दिल की बीमारी का ख़तरा कम होता है।
वॉकिंग करने से तनाव कम होता है, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। डायबिटीज़ के मरीज़ों में इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाने में वॉकिंग मदद करती है। इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, जिससे हाई ब्लड प्रेशर का ख़तरा कम होता है। तनाव, डायबिटीज़, मोटापा जैसी ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली चीज़ों को कम करने के लिए वॉकिंग बहुत फ़ायदेमंद है।
कितनी देर वॉकिंग करें?
शुरुआत में 10 से 15 मिनट वॉकिंग करना काफ़ी है। धीरे-धीरे अपनी स्पीड और दूरी बढ़ाकर 30 मिनट तक वॉकिंग कर सकते हैं। अपनी स्पीड और समय को धीरे-धीरे बढ़ाते रहें। चलते समय अपने पोस्चर का ध्यान रखना ज़रूरी है। सिर झुकाकर नहीं चलना चाहिए। सीधे खड़े होकर, सामने देखते हुए चलना चाहिए। चलते समय हाथों को हिलाना अच्छा होता है।