Diwali Safety Tips for Newborn Baby: दिवाली आ गई है और इस बार अगर आपके घर में है न्यू बॉर्न बेबी, तो पटाखों की आवाज, धुंआ, रोशनी और प्रदुषण से प्रोटेक्ट करना बहुत जरूरी है। आज न्यू बॉर्न बेबी के लिए कुछ सेफ्टी टिप्स लाए हैं, जो आपके काम आ सकती है।
Diwali Care Tips For Infants: दिवाली खुशियों, रोशनी और उमंगों का त्योहार है, लेकिन जिन घरों में नवजात या छोटे बच्चे होते हैं, उनके लिए यह समय थोड़ी सावधानी बरतने वाला होता है। पटाखों की आवाज, धुआं और अचानक होने वाले रोशनी उनके कोमल कानों, आंखों और फेफड़ों पर असर डाल सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने बेबी के लिए पहले से कुछ उपाय अपनाएं ताकि वे त्यौहारी रौशनी, पटाखों की आवाज और धुंए से सुरक्षित और आरामदायक महसूस करे। आइए जानते हैं, इस दिवाली छोटे बच्चों को पटाखों के शोर और प्रदूषण से कैसे बचाया जा सकता है।
बच्चे को पटाखों के शोर से बचाएं

नवजात बच्चों के कान बेहद सेंसिटिव होते हैं। पटाखों की तेज आवाज से उन्हें डर लग सकता है या नींद टूट सकती है। कोशिश करें कि बच्चे को उस कमरे में रखें जो बाहर की आवाजे न आती हो। खिड़कियों को बंद रखें और हल्का म्यूजिक या व्हाइट नॉइस चलाएं ताकि बाहर के धमाकों की आवाजें बच्चों तक न पहुंचे। आप चाहें तो अपने बेबी के लिए बेबी ईयर मफ या सॉफ्ट कॉटन ईयर कफ भी यूज कर सकते हैं।
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पॉल्युशन और धुएं से कैसे बचाएं?
पटाखों का धुआं बच्चे के रेस्पिरेटरी सिस्टम के लिए बहुत हानिकारक होता है। खासकर जिन बच्चों को कफ, कोल्ड और एलर्जी की समस्या है, उन्हें यह और परेशान कर सकता है। ऐसे में अपने घर के कमरे को वेंटिलेशन के साथ एयर प्यूरीफायर या ह्यूमिडिफायर रखें। अगर घर में धुआं या स्मॉग बढ़ गया है, तो बच्चे को बाहर ले जाने से बचें। घर की खिड़कियों पर गीले पर्दे लगाने से भी धूल और धुएं को अंदर आने से रोका जा सकता है।
बच्चे की स्किन और आंखों का ध्यान रखें
दिवाली में हवा में प्रदूषण बढ़ने से शिशु की त्वचा ड्राई और आंखें लाल हो सकती हैं। उसे नियमित रूप से बेबी मॉइस्चराइजर से हाइड्रेट रखें और अगर आंखों में जलन दिखे, तो डॉक्टर से सलाह लें और ड्रॉप डालें। शिशु को धुएं वाले इलाकों से बिल्कुल दूर रखें क्योंकि इससे आंखों में इरिटेशन या पानी आ सकता है।
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घर का माहौल रखें सॉफ्ट और सेफ
त्योहार के दौरान घर में रोशनी और डेकोरेशन से माहौल खुशनुमा बनता है, लेकिन सुरक्षा को प्रायोरिटी देना जरूरी है। डेकोरेटिव लाइट्स को बच्चे की पहुंच से दूर रखें। कमरे में मोमबत्ती या दीया जलाते समय ध्यान रखें कि वह बच्चे के कपड़ों या खिलौनों के पास न हो। अगर आप पूजा कर रहे हैं, तो बच्चे को धुएं से बचाने के लिए उसे किसी दूसरे कमरे में सुला दें।
बच्चे की रूटीन ना बिगड़ने दें
त्योहार के चलते घर में मेहमानों का आना-जाना, लाइट्स और आवाजें बच्चे की नींद खराब कर सकती हैं। कोशिश करें कि उसका फीडिंग और स्लीपिंग शेड्यूल बरकरार रहे। बच्चे को तब ही बाहर लाएं जब आसपास का माहौल शांत और साफ हो।
