बच्चों का दिमाग कैसे तेज करें? 10 Super Food के सेवन से कम्यूटर सा दौड़ेगा माइंड
Brain-boosting foods for kids: बच्चों के दिमाग को तेज करने के लिए जानें 10 सुपरफूड्स और घरेलू उपाय जो बच्चों के विकास करने के साथ हेल्दी भी हैं।
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बच्चों का दिमाग तेज करने के लिए घरेलू उपाय
बच्चों के दिमाग के लिए 10 सुपरफूड। इन आहारों को नियमित रूप से अपने बच्चों को देकर, आप उन्हें स्वस्थ बना सकते हैं। बच्चों को पसंद आने वाले तरीके से इन आहारों को तैयार करें। बच्चों के आहार में विविधता और संतुलन बनाए रखें। इन सुपरफूड को बच्चों के आहार में शामिल करके, उनके दिमाग के विकास में मदद की जा सकती है।
अंडे खाने के फायदे
अंडे कोलीन, विटामिन B12 और प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं, जो दिमाग के विकास में मदद करते हैं। 8 साल से कम उम्र के बच्चों को रोज़ाना दो अंडे खाने से ज़रूरी कोलीन मिलता है।
बेरीज खाने के स्वास्थ्य लाभ
स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, रास्पबेरी जैसी बेरीज़ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती हैं, जो दिमाग की कार्यक्षमता और याददाश्त बढ़ाती हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां क्यों खानी चाहिए
पालक, मेथी जैसी हरी पत्तेदार सब्ज़ियां फोलेट, विटामिन E, कैरोटीनॉयड से भरपूर होती हैं, जो दिमाग के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं।
मछली में पाए जाने वाले पोषक तत्व
सैल्मन, टूना, सार्डिन जैसी मछलियों में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो दिमाग के विकास के लिए ज़रूरी है।
साबुत अनाज के फायदे
ओट्स, ब्राउन राइस, साबुत गेहूं की ब्रेड में कार्बोहाइड्रेट और B-विटामिन होते हैं, जो दिमाग को ऊर्जा देते हैं।
दही खाने का फायदा
दही कैल्शियम, प्रोटीन और प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है, जो दिमाग के विकास में मदद करता है।
मेवे और बीज खाने के लाभ
बादाम, अखरोट, चिया सीड्स ओमेगा-3, विटामिन E और प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं, जो दिमाग के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
एवोकाडो फल के फायदे
एवोकाडो में हृदय-स्वास्थ्यवर्धक वसा और पोटेशियम होता है, जो दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।
खट्टे फल खाने के फायदे
संतरा, नींबू जैसे खट्टे फलों में विटामिन C और फ्लेवोनॉयड होते हैं, जो दिमाग की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।
कोको और डार्क चॉकलेट के फायदे और नुकसान
डार्क चॉकलेट में फ्लेवोनॉयड होते हैं, जो दिमाग में रक्त प्रवाह बढ़ाकर याददाश्त को बेहतर बनाते हैं।
नोट- ये सभी आहार स्वस्थ बच्चों को नियमित रूप से दिए जा सकते हैं। लेकिन, किसी भी बीमारी की स्थिति में बच्चों को ये आहार देने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर है।