MalayalamEnglishKannadaTeluguTamilBanglaHindiMarathi
  • Facebook
  • Twitter
  • whatsapp
  • YT video
  • insta
  • राष्ट्रीय
  • वेब स्टोरी
  • राज्य
  • मनोरंजन
  • लाइफस्टाइल
  • बिज़नेस
  • खेल
  • फोटो
  • गेम्स
  • वीडियो
  • वायरल
  • KEA 2025
  • Home
  • Lifestyle
  • Health
  • लड़के मास्टरबेशन से तो लड़कियां पीरियड्स से परेशान, जवान होते बच्चों के साथ पैरेंट्स को करने चाहिये ये 4 काम

लड़के मास्टरबेशन से तो लड़कियां पीरियड्स से परेशान, जवान होते बच्चों के साथ पैरेंट्स को करने चाहिये ये 4 काम

हेल्थ डेस्क. लड़का हो या फिर लड़की जब प्यूबर्टी एज मेंपहुंचते हैं तो उनके शरीर में कुछ ऐसे बदलाव होते हैं जिसे वो समझ नहीं पाते हैं। जिसकी वजह से वो गलतियां कर बैठते हैं। ‘टेली-मानस’ पर सबसे ज्यादा कॉल टीनेएजर बच्चों के आते हैं जो तनाव में होते हैं।

Nitu Kumari | Published : Jul 08 2023, 01:21 PM
4 Min read
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
  • Google NewsFollow Us
17
Asianet Image
Image Credit : pexels

दरअसल, केंद्रीय स्वास्थ्य के क्षेत्र पर परिवार कल्याण मंत्रालय की टेली मेंटल हेल्थ एंड नेटवर्किंग अक्रॉस स्टेट्स (Tele-Manas) 10 अक्टूबर 2022 को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर लॉन्च किया गया है। जिस पर कोई भी कॉल करके मेंटल हेल्थ के बारे में बात कर सकता है। इस पर आए कॉल के मुताबिक ज्यादातर लड़के मास्टरबेशन और स्वप्नदोष को लेकर अपनी परेशानी बताई। तो लड़कियां अनियमित पीरियड्स के बारे में। जवान होते बच्चों पर सबसे ज्यादा माता-पिता का फोकस होना जरूरी होता है। तो चलिए बताते हैं कैसे माता-पिता को प्यूबर्टी से गुजर रहे बच्चों को सही रास्ता दिखाना चाहिए।

27
Asianet Image
Image Credit : Getty

बच्चों पर नजर बना कर रखें

पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वह अपने बच्चों में नजर आने वाले प्यूबर्टी के संकेतों पर नजर बनाए रखें। बच्चों को बताएं कि उनके शरीर में कोई भी बदलाव दिख रहा है तो उनसे शेयर जरूर करें। बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते हैं उनका साल में एक बार मेडिकल चेकअप कराएं, ताकि डॉक्टर बच्चे के प्यूबर्टी पैटर्न नोटिस कर सकें।

37
Asianet Image
Image Credit : pexels

पिता बन जाए बेटे का दोस्त

प्यूबर्टी के दौरान लड़कों में कई तरह के शारीरिक बदलाव आते हैं। टेस्टिकल्स और पेनिस का साइज बढ़ने लगता है। चेहेर और प्यूबिक एरिया में बाल उग आता है। ब्रेस्ट टिशू का कम मात्रा में बढ़ना और आवाज में बदलाव दिखाई देने लगता है। इसके साथ ही मांसपेशियां मजबूत होने लगती है। ऐसे में पिता को अपने बच्चे के साथ खुलकर व्यवहार करने की जरूरत होती है।

47
Asianet Image
Image Credit : pexels

बेटे को बताएं मास्टरबेशन के बारे में खुलकर

‘टेली-मानस’ पर आए कॉल की बात करें तो जवान होते लड़कों की ज्यादातर चिंता मास्टरबेशन को लेकर होती है। उनको लगता है कि अगर घर में किसी को पता चल गया तो क्या सोचेंगे। वो इसकी वजह से तनाव में रहते हैं। गलत वीडियो देखते हैं, दोस्तों से बात करके गलत रास्ते पर भी निकल पड़ते हैं। ऐसे में पिता को एक दोस्त बनकर अपने बेटे को सही रास्ता दिखाना चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि इस उम्र में शरीर में बदलाव होते हैं। मास्टरबेशन की तलब भी होती है। इसमें कोई बुराई नहीं है। सप्ताह में एक बार ये करते भी हो तो गलत नहीं है। लेकिन इसकी अति शरीर पर हानिकारक प्रभाव डालता है। उन्हें सही वीडियो या फिर मेडिकल शोध पढ़ने को दें, ताकि वो इसके बारे में सही जानकारी पा सकें।

57
Asianet Image
Image Credit : our own

लड़कियां पीरियड्स को लेकर होती है परेशान

लड़कियों में पीरियड्स की वजह से तनाव या डिप्रेशन के लक्षण देखने को मिलते हैं। ब्लीडिंग और पेट दर्द की वजह से वो किसी चीज पर फोकस नहीं कर पाती हैं। वो डॉक्टर के पास भी जाने से झिझकती हैं। इसलिए घर में इन्हें गाइड करना जरूरी होती है।

67
Asianet Image
Image Credit : pexels

मां बेटी की बन जाएं सहेली

जिस दौर से बेटी गुजर रही है उस दौर से मां भी गुजरी होंगी। उन्हें पता है कि महिला के जीवन का सच है पीरियड्स का आना। मां को बेटी की सहेली बन जाना चाहिए। पीरियड्स के दौरान होने वाली परेशानी को दूर करन का उपाय उन्हें बताना चाहिए। बेटी को बताना चाहिए कि ये हर महीने होगा, कभी-कभी शारीरिक प्रॉब्लम्स की वजह से यह अनियमित भी हो सकता है। ऐसे में परेशान होने की जरूरत नहीं है और ना ही बताने से शर्माना चाहिए। इस पर वो खुलकर बात कर सकती हैं। डॉक्टर से दिखाने की जरूर हो तो वहां भी बिना झिझक के जा सकती हैं।

77
Asianet Image
Image Credit : pexels

लड़कियों के प्यूबर्टी में बहकते हैं कदम

कई लड़कियां बढ़ती उम्र में खुद पर कंट्रोल करना सीख जाती है। जबकि कुछ ऐसा नहीं कर पाती है। शारीरिक परिवर्तन और हार्मोनल चेंज की वजह से वो रोमांच करना चाहती हैं। इंटरनेट पर वो गलत जानकारी लेती हैं। कई बार कम उम्र में प्यार के चक्कर में फंस जाती है। इसकी वजह से अनचाही प्रेग्नेंसी की भी शिकार हो जाती है। एक मां को बेटी से इस बारे में भी बात करनी चाहिए। उसे बताना चाहिए कि हार्मोन की वजह से उनका आकर्षण लड़कों के प्रति बढ़ सकता है। लेकिन शारीरिक संबंध इस उम्र में बनाना उनकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। मां को अपनी बेटी से खुलकर इस बारे में बात करनी चाहिए। ताकि उन्हें सही दिशा दिखाया जा सकें।

और पढ़ें:

बारिश के मौसम में लगानी है आग,तो आलिया भट्ट की साड़ी लुक्स से लें IDEA

मानसून में शहद से मिलता है झक्कास फायदा, स्किन से लेकर बॉडी के हर पार्ट का रखता है ख्याल

Nitu Kumari
About the Author
Nitu Kumari
नीतू नवंबर 2021 से Asianetnews Hindi में कार्यरत हैं। ये मास कम्युनिकेशन में एमए करने के बाद इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया में 13 साल से अधिक समय से काम कर रही हैं। वर्तमान में एशिया नेट हिंदी में लाइफस्टाइल बीट देख रही हैं। एंटरटेनमेंट, पॉलिटिकल, सोशल और वूमेन इंटरेस्ट की स्टोरी पर भी काम करने का अनुभव है। इनसे nitu.kumari@asianetnews.in पर संपर्क किया जा सकता है। Read More...
 
Recommended Stories
Top Stories