वजन घटाना हो या शुगर कंट्रोल, रोटी चुनना है मुश्किल? जानिए गेहूं और बाजरे की रोटी में कौन सी है आपके लिए बेहतर, डायबिटीज, वजन और दिल की सेहत के लिए।
आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हर कोई हेल्दी रहना चाहता है—चाहे वो वजन घटाना हो, ब्लड शुगर कंट्रोल करना हो या दिल को स्वस्थ रखना। ऐसे में सवाल उठता है कि रोटी में गेहूं बेहतर है या बाजरा? दोनों ही भारतीय रसोई का अभिन्न हिस्सा हैं, लेकिन इनके पोषण गुण अलग-अलग हैं। चलिए जानते हैं बाजरा रोटी और गेहूं रोटी में कौन किस परिस्थिति में बेहतर है और क्यों।
1. पोषण प्रोफाइल की तुलना (Nutritional Comparison)
- तत्व गेहूं की रोटी (100g) बाजरे की रोटी (100g)
- कैलोरी -300 kcal -350 kcal
- प्रोटीन -7g -10-12g
- फाइबर -2g -8g
- आयरन कम अधिक
- ग्लाइसेमिक इंडेक्स -70 (उच्च) -54 (निम्न)
निष्कर्ष: बाजरा फाइबर और प्रोटीन में ज़्यादा समृद्ध होता है जबकि गेहूं का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज़्यादा होता है, जिससे ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है।
2. डायबिटीज के लिए कौन बेहतर?
बाजरा रोटी
- बाजरा का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है।
- इसमें फाइबर अधिक होता है, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी सुधारने में मदद करता है।
- डायबिटिक मरीजों के लिए बाजरा बेहतर विकल्प है।
3. वजन घटाने वालों के लिए क्या सही है?
बाजरा रोटी
- फाइबर और प्रोटीन की अधिकता के कारण पेट देर तक भरा रहता है।
- मेटाबॉलिज्म तेज करता है, जिससे फैट बर्निंग बढ़ती है।
- लो कैलोरी डाइट चाहने वाले इसे लिमिट में खाएं, क्योंकि बाजरे में कैलोरी गेहूं से थोड़ी अधिक होती है, लेकिन सैटायटी (भरा हुआ महसूस कराना) भी ज़्यादा होती है।
4. दिल की सेहत के लिए क्या खाएं?
बाजरा रोटी
- बाजरा कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और मैग्नीशियम होता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है।
गेहूं रोटी
- रिफाइन्ड गेहूं (मैदा या अधिक पिसा आटा) दिल के लिए अच्छा नहीं होता।
- अगर गेहूं खा रहे हैं, तो मोटा या मल्टीग्रेन आटा इस्तेमाल करें।
5. पाचन के लिए कौन अच्छा है?
बाजरा रोटी
- फाइबर की वजह से कब्ज में राहत देता है।
- लेकिन जिनका डाइजेशन वीक है, उन्हें गैस की समस्या हो सकती है।
गेहूं रोटी
- हल्की और जल्दी पचने वाली होती है।
- डाइजेशन वीक है तो शुरुआत में गेहूं बेहतर विकल्प है।