सार

वज़न कम होने पर आत्मविश्वास और ऊर्जा का स्तर बढ़ गया। सभी काम जल्दी कर पा रही हूँ। हमारा शरीर है। वज़न कम करना है तो हमें ठानना होगा। आशली कहती हैं कि स्वस्थ आहार से ही वज़न कम करना चाहिए।

क्या आप वज़न कम करने की कोशिश में हैं? तो कोट्टायम के कोल्लाड की रहने वाली आशली जोसेफ का वज़न घटाने का प्लान आपके बहुत काम आ सकता है। आठ महीने में आशली ने 24 किलो वज़न कम किया। पहले उनका वज़न 90 किलो था। अब 66 किलो है। आशली बताती हैं कि उन्होंने कैसे वज़न कम किया।

'चावल पूरी तरह से छोड़ दिया'

'पहले जब मेरा वज़न ज़्यादा था, तब मैं बहुत ज़्यादा खाना खाती थी। मैं नाश्ता नहीं करती थी। रात में ज़्यादा खाना खाती थी। बाहर का खाना भी बहुत खाती थी। ऐसे धीरे-धीरे वज़न बढ़ता गया। जब मैंने वज़न कम करने का फैसला किया, तो खाने पर नियंत्रण करना शुरू किया। समय पर खाना खाने लगी। रोज़ सुबह चाय-कॉफ़ी पीने की आदत छोड़ दी। सुबह उठते ही गर्म पानी पीने लगी। अगर ज़्यादा सिर दर्द होता था, तो उसमें स्टीविया शुगर मिलाकर पीती थी। बहुत से लोगों को इसके बारे में पता नहीं होता...' ।

नाश्ता 9 बजे से पहले कर लेती थी। कम मात्रा में खाती थी। चपाती, इडली, डोसा, कुछ भी हो, सिर्फ़ दो ही खाती थी। रोज़ चार लीटर पानी पीती थी। बीच-बीच में भूख लगने पर तरबूज़, अमरूद, गाजर, सलाद, खीरा खाती थी। कभी-कभार ही ड्राई फ्रूट्स खाती थी। तरबूज़ के बीज, कद्दू के बीज बहुत कम मात्रा में और कभी-कभार ही खाती थी। चावल पूरी तरह से छोड़ दिया था। सब्ज़ियाँ नमक-मिर्च डालकर खाती थी। दोपहर के खाने में एक कटोरी फल शामिल करती थी। पेट भरकर खाने की आदत नहीं थी। 70 प्रतिशत ही खाना खाती थी। ज़्यादा खाने से थकान और पेट दर्द होता था। सब्ज़ियों में बहुत कम तेल डालती थी। तेल स्प्रे बोतल में रखती थी। अंकुरित मूंग, चना खाती थी, लेकिन बहुत कम मात्रा में।महीने में दो बार चीट मील लेती थी। उन दिनों मनपसंद खाना खाती थी। शाम को अगर कुछ खाने का मन करता था, तो स्टीम किया हुआ खाना खाती थी।

'डेढ़ घंटा पैदल चलती थी'

रोज़ डेढ़ घंटा पैदल चलती थी। 10,000 कदम चलती थी। पास के दुकानों या जगहों पर जाने के लिए गाड़ी नहीं लेती थी, पैदल ही जाती थी। रोज़ सीढ़ियाँ चढ़ना भी एक अच्छी एक्सरसाइज़ है। जब मेरा वज़न ज़्यादा था, तब लोग मुझे चिढ़ाते थे, नेगेटिव कमेंट करते थे। एक आदमी का कमेंट मुझे बहुत बुरा लगा था। उसने कहा था कि तुमसे वज़न कम नहीं होगा, ये सब बेकार की कोशिशें क्यों कर रही हो। उसका ये कमेंट मुझे आज भी याद है। इसी कमेंट ने मुझे वज़न कम करने के लिए प्रेरित किया।

वज़न कम होने पर आत्मविश्वास और ऊर्जा का स्तर बढ़ गया। सभी काम जल्दी कर पा रही हूँ। हमारा शरीर है। वज़न कम करना है तो हमें ठानना होगा। आशली कहती हैं कि स्वस्थ आहार से ही वज़न कम करना चाहिए।