5 देसी फूड्स जो बदल सकते हैं आपकी पूरी सेहत की किस्मत!
इंडियन खाने की खासियत है कि वो सिंपल भी होते हैं और सेहतमंद भी। दुनियाभर में मशहूर, पोषक तत्वों से भरपूर ५ ऐसे ही सिंपल इंडियन फ़ूड के बारे में जानते हैं, जिन्हें आपको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
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मूंगफली :
मूंगफली में प्रोटीन, फाइबर, हेल्दी फैट्स, विटामिन्स, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे ज़रूरी पोषक तत्व होते हैं। मूंगफली का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, इसलिए ये दिल की सेहत सुधारती है, डायबिटीज़ का खतरा कम करती है और वज़न कंट्रोल में मदद करती है।
मूंगफली में कैलोरी ज़्यादा होती है, इसलिए इसे कम मात्रा में खाना चाहिए। ज़्यादा मूंगफली खाने से वज़न बढ़ सकता है। तेल में तली हुई या चीनी वाली मूंगफली के फायदे कम हो जाते हैं।
घी :
घी में हेल्दी फैट्स, खासकर शॉर्ट-चेन फैटी एसिड्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इसमें विटामिन A, D, E और K जैसे फैट में घुलने वाले विटामिन भी पाए जाते हैं। घी पाचन में मदद करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है, हड्डियों को मजबूत बनाता है और त्वचा को निखारता है।
घी में सैचुरेटेड फैट ज़्यादा होता है। ज़्यादा घी खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है, खासकर LDL (बैड कोलेस्ट्रॉल)। इससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
केला :
केला झटपट एनर्जी देने वाला एक बढ़िया फल है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, विटामिन B6 और फाइबर भरपूर मात्रा में होते हैं। ये ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने और दिल की सेहत सुधारने में मदद करता है। केले में मौजूद फाइबर पाचन में मदद करता है और कब्ज़ से बचाता है।
केले में शुगर और कार्बोहाइड्रेट ज़्यादा होते हैं, इसलिए डायबिटीज़ के मरीज़ों को इसे कम मात्रा में खाना चाहिए।
नारियल :
इंडियन खाने में नारियल कई रूपों में इस्तेमाल होता है - नारियल तेल, नारियल दूध, नारियल बुरादा। नारियल तेल में मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स (MCTs) होते हैं, जो झटपट एनर्जी देते हैं और वज़न कम करने में मदद करते हैं। नारियल दूध हड्डियों और दांतों के लिए अच्छा होता है। नारियल में फाइबर, आयरन और कॉपर जैसे मिनरल्स होते हैं।
नारियल तेल में सैचुरेटेड फैट ज़्यादा होता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है। इसलिए इसे कम मात्रा में इस्तेमाल करना चाहिए। नारियल दूध में कैलोरी ज़्यादा होती है।
चावल :
चावल भारत के ज़्यादातर हिस्सों में मुख्य भोजन है। ये कार्बोहाइड्रेट का मुख्य स्रोत है, जो शरीर को एनर्जी देता है। खासकर ब्राउन राइस में फाइबर, मैग्नीशियम, सेलेनियम और विटामिन B जैसे पोषक तत्व होते हैं। ये पाचन में मदद करता है, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करता है और दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है।
सफेद चावल में फाइबर और दूसरे पोषक तत्व कम होते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल तेज़ी से बढ़ता है। ज़्यादा सफेद चावल खाने से डायबिटीज़ का खतरा बढ़ सकता है।