सार
अचार को सही तरीके से संरक्षित करने के लिए कांच या सिरेमिक के जार का इस्तेमाल करें, जो अम्ल के साथ क्रिया नहीं करते। पारंपरिक मिट्टी के बर्तन भी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हैं।
Type of container for preserving pickles: अक्सर लोग अचार को ठीक तरीके से संरक्षित नहीं रखते हैं जिसके कारण स्वादिष्ट अचार भी खराब केमिकल में परिवर्तित हो जाता है। आपको बताते चले कि अचार अम्लीय होता है जो मेटल के साथ क्रिया करके जहरीले कैमिकल बनता है। अगर आप गलती से एल्मूनियम या स्टील के बर्तन में अचार को रखती हैं तो यकीन मानिए यह आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकता है। आईए जानते हैं किस तरह के कंटेनर का इस्तेमाल अचार के लिए करना चाहिए।
मैटल कंटेनर में अचार रखने के नुकसान
अचार में तेल के साथ ही नमक का इस्तेमाल किया जाता है। धातु के कंटेनर में अचार को रखने से रासायनिक क्रिया होने लगते है जो आचार के स्वाद को खराब करती है। साथ ही स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है।
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अचार के लिए सिरेमिक या कांच के जार का इस्तेमाल
आपको मार्केट में सिरेमिक या कांच के जार कम कीमत में आसानी से मिल जाएंगे।कांच या सिरेमिक अम्ल के साथ क्रिया नहीं करते हैं। अगर आप ऐसे जार का इस्तेमाल आचार संरक्षित करने के लिए करती हैं तो अचार बिल्कुल भी खराब नहीं होगा। साथ ही इसमें किसी भी तरह की क्रिया नहीं होगी। आप चाहे तो कांच के जार में धातु का ढक्कन चुन सकती है जो जार को मजबूती देता है। आपको कांच या सिरेमिक के जार को सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए वरना यह टूट भी सकते हैं।
पारंपरिक मिट्टी के बर्तनों में रखें अचार
अगर आप कांच या फिर सिरेमिक के जार का इस्तेमाल नहीं करना चाहती हैं तो मिट्टी के बर्तनों में भी अचार को संरक्षित किया जा सकता है। पके हुए मिट्टी के बर्तन स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अच्छे माने जाते हैं। मिट्टी के जार को अच्छे से सुखाने के बाद ही उसका इस्तेमाल करें। आप धूप में जार को सुखाने के बाद ही इस्तेमाल करें।
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