भारत के 10 सबसे मशहूर आमों की उत्पत्ति, नामकरण और खासियत जानें। अल्फांसो से लेकर दशहरी और लंगड़ा तक, हर आम की अपनी एक कहानी है।

भारत में आम सिर्फ एक फल नहीं, एक भावना, एक परंपरा, और एक गर्व है। दुनिया का लगभग 50% आम उत्पादन भारत में होता है और यहां के आमों की सैकड़ों किस्में हैं। उनमें से कुछ अपने स्वाद, खुशबू, बनावट और इतिहास के कारण बेहद प्रसिद्ध हैं। भारत के आम सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति और स्थानीय परंपराओं का प्रतीक हैं।हर आम की अपनी एक कहानी है – किसी का नाम किसी संत के नाम पर, किसी का गांव से, तो कोई ऐतिहासिक युद्ध की जीत से जुड़ा है। आइए जानें भारत के 10 सबसे मशहूर आमों के बारे में – उनकी उत्पत्ति, नामकरण और खासियत के साथ:

भारत के 10 मशहूर नाम

1. अलफांसो (Alphonso / हापुस आम)

उत्पत्ति: रत्नागिरी, महाराष्ट्र (कभी पुर्तगालियों के जरिए लाया गया)।

नाम का कारण: पुर्तगाली जनरल Afonso de Albuquerque के नाम पर पड़ा।

खासियत:

  • बेहद मीठा, रेशे रहित गूदा
  • गाढ़ा केसरिया रंग और जबर्दस्त खुशबू
  • एक्सपोर्ट में सबसे ज्यादा डिमांड

2. दशहरी (Dasheri)

उत्पत्ति: काकोरी, लखनऊ (उत्तर प्रदेश)

नाम का कारण: दशहरी गांव के एक पुराने बाग से इसका नाम  दशहरी आम पड़ा।

खासियत:

  • पतली छिलके वाली, रसदार
  • बेहद मीठा स्वाद
  • बच्चों के बीच सबसे लोकप्रिय आम

3. लंगड़ा (Langra)

उत्पत्ति: बनारस (वाराणसी), उत्तर प्रदेश

नाम का कारण: इसे एक लंगड़े फकीर ने पहली बार उगाया था, तभी से नाम "लंगड़ा" पड़ा।

खासियत:

  • गूदा हल्का हरा, फाइबर रहित
  • बेहद तीव्र स्वाद और सुगंध
  • पकने पर भी रंग हल्का हरा ही रहता है

4. तोतापुरी (Totapuri)

उत्पत्ति: आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु

नाम का कारण: इसके सिरे की आकृति तोते की चोंच जैसी होती है – इसलिए "तोतापुरी"।

खासियत:

  • खट्टा-मीठा स्वाद, कम रेशा
  • ज्यूस, पना और अचार में सबसे ज्यादा प्रयोग
  • छिलका भी खाया जा सकता है

5. बैंगनपल्ली (Banganapalli)

उत्पत्ति: आंध्र प्रदेश के नंद्याल ज़िले का बैंगनपल्ली गांव

नाम का कारण: उसी गांव से नाम लिया गया है

खासियत:

  • पतली छिलके वाली, गाढ़ा पीला रंग
  • मीठा और रेशे रहित
  • आंध्र का GI टैग प्राप्त आम

6. चौसा (Chausa)

उत्पत्ति: बिहार के बक्सर ज़िले का चौसा इलाका

नाम का कारण: शेरशाह सूरी ने हुमायूं को चौसा में हराया, उस जीत की खुशी में इस आम को “चौसा” नाम दिया।

खासियत:

  • सबसे ज्यादा रसदार
  • हाथ से निचोड़कर खाने का मजा
  • देसी आमों में सबसे मीठा माना जाता है

7. केसर (Kesar)

उत्पत्ति: गुजरात के जूनागढ़ ज़िले में गिरनार हिल्स के पास

नाम का कारण: इसका रंग केसर की तरह गाढ़ा होता है – इसलिए नाम “केसर”।

खासियत:

  • मिठास, खुशबू और कलर तीनों में परफेक्ट
  • मिठाइयों और आमरस में खूब इस्तेमाल
  • GI टैग प्राप्त

8. सिंदूरी (Sindhura)

उत्पत्ति: मुख्यतः कर्नाटक और तमिलनाडु

नाम का कारण: इसका रंग पके हुए सिंदूर जैसा गहरा लाल होता है

खासियत:

  • दिखने में सुंदर, हल्की मिठास
  • चूसने के लिए बढ़िया
  • बहुत जूसदार

9. फजली (Fazli)

उत्पत्ति: मालदा, पश्चिम बंगाल

नाम का कारण: एक किसान ‘फजल’ के नाम पर पड़ा

खासियत:

  • आकार में सबसे बड़ा (एक आम 1.5 किलोग्राम तक)
  • अचार और पल्प बनाने के लिए सबसे बेहतर
  • देर से पकने वाला आम

10. मालगोबा (Malgova)

उत्पत्ति: तमिलनाडु और कर्नाटक

नाम का कारण: माना जाता है कि ये “मालगुडी” से आया है

खासियत:

  • गाढ़ा मीठा स्वाद और बड़ा आकार
  • रेशे बहुत कम, एक्सपोर्ट क्वालिटी
  • स्किन थोड़ी मोटी होती है