सार
Best utensils for healthy cooking: खाना पकाने के लिए नॉन-स्टिक और कच्चे लोहे के बर्तनों के बीच असमंजस? जानिए कौन सा बर्तन सेहत और सुविधा के लिए बेहतर है, इसके फायदे और नुकसान क्या हैं।
Non stick vs cast iron cookware: खाना बनाने के लिए किचन में स्टील से लेकर एल्युमिनियम, कास्ट आयरन या नॉन स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें खाना तो जल्दी बन जाता हैं, लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि नॉन स्टिक या कास्ट आयरन के बर्तनों में बेहतर कौन सा होता है? दोनों ही काले रंग के होते हैं और इसमें तरह-तरह की डिशेज बनाई जाती है। लेकिन आज हम आपको बताते हैं कि नॉन स्टिक और कास्ट आयरन के बर्तन में कौन सा बेहतर होता है।
नॉन स्टिक बर्तनों की खासियत (best utensils for healthy cooking)
नॉन स्टिक बर्तन की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि इसमें कम तेल में खाना बनाया जा सकता है, जो डाइट करने वालों के लिए बेहतर होता है। नॉन स्टिक बर्तन हल्के होते हैं, जिसे उठाना साफ करना आसान रहता है।
नॉन स्टिक बर्तनों के नुकसान (disadvantages of non stick cookware)
नॉन स्टिक बर्तनों में टेफलॉन की कोटिंग होती है, जिसे अगर बार-बार गर्म किया जाए तो यह कोटिंग निकलने लगती है और यह सेहत के लिए भी नुकसानदायक होता है। इतना ही नहीं नॉन स्टिक बर्तन को लोहे के चम्मच स्क्रब से साफ करने से इसमें खरोंच आ जाती है, जिससे उसकी कोटिंग उतर जाती है। आप नॉन स्टिक बर्तनों का इस्तेमाल आमलेट, चीला, पैनकेक या कम तेल वाले फूड आइटम बनाने के लिए कर सकते हैं।
कास्ट आयरन के बर्तनों की खासियत (which cookware is safe for health)
कास्ट आयरन के बर्तन हैवी बेस से बने होते हैं, जो सालों साल तक चलते हैं। इसमें आयरन का इस्तेमाल होता है, जिससे एनीमिया के लोगों के लिए यह फायदेमंद होता है। एक बार गर्म होने पर कास्ट आयरन का बर्तन लंबे समय तक गर्म रहता है। हाई हीट पर इसमें खाना पकाया जा सकता है। ऐसे में आप इसमें पराठे, सब्जी, तड़का आदि तैयार कर सकते हैं।
कास्ट आयरन के बर्तनों के नुकसान (disadvantages of cast iron cookware)
कास्ट आयरन के बर्तन थोड़े भारी होते हैं, इसलिए इसे उठाना और साफ करना मुश्किल हो सकता है। आयरन से बने होने के कारण इसमें जंग भी लग सकती है, जिससे बचाव करना जरूरी है।
नॉन स्टिक या कास्ट आयरन में से कौन सा फायदेमंद (non stick or cast iron which is better)
एक्सपर्ट्स के अनुसार, कास्ट आयरन के बर्तन बेहतर होते हैं, क्योंकि इसमें टेफलॉन की कोटिंग नहीं होती है। इससे खाने के न्यूट्रिशन बरकरार रहते हैं, जबकि नॉन स्टिक बर्तनों में टेफलॉन की कोटिंग होती है। इसमें खाना जल्दी जरूर बन जाता है, लेकिन इसके न्यूट्रीशन वैल्यू कम हो जाते हैं। ऐसे में अगर आप हेल्थ के पर्सपेक्टिव से बर्तन चाहते हैं, तो कास्ट आयरन और अगर आप जल्दी खाना बनाना चाहते हैं तो नॉन स्टिक बर्तनों को चुनें।