सार
9 जून 2022, दिन गुरुवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि रहेगी। गुरुवार को सूर्योदय हस्त नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। गुरुवार को हस्त नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है।
पंचांग के माध्यम से आप आसानी से हर दिन के शुभ मुहूर्त, राहु काल व ग्रहों के परिवर्तन के बारे में जान सकते हैं। पंचांग में आज कौन-सी तिथि और नक्षत्र तथा उनसे बनने वाले शुभ-अशुभ योगों की जानकारी भी दी जा सकती है। ये जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हो सकती है। पंचांग करण, तिथि, नक्षत्र, वार और योग से मिलकर बना होता है। इन सभी का अलग-अलग महत्व ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है। पंचांग एक आधुनिक कैलकुलेटर की तरह काम करता है, जिसमें पहले से लिखा होता है कि किस दिन कौन-सा नक्षत्र बदलेगा और कौन सा शुभ-अशुभ योग बनेगा। इसमें साल भर में होने वाले सभी ग्रहों परिवर्तन की जानाकारी भी होती है। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
आज मनाया जाएगा गंगा दशहरे का पर्व
ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा दशहरे का पर्व मनाया जाएगा। इस बार ये तिथि 9 जून, गुरुवार को है। धर्म ग्रंथों के अनुसार, इसी तिथि पर देवनदी गंगा धरती पर आई थी। इसलिए इस तिथि पर गंगा की विशेष पूजा की जाती है। गंगा के तटों पर धार्मिक आयोजन किए जाते हैं। ये आयोजन 10 दिन पहले से ही शुरू हो जाते हैं। इस दिन गंगा नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है।
9 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 9 June 2022)
9 जून 2022, दिन गुरुवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि रहेगी। इस दिन गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा (पंचांग भेद के कारण कुछ स्थानों पर 10 जून को भी गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा)। गुरुवार को सूर्योदय हस्त नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। गुरुवार को हस्त नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल दोपहर 02:06 से 03:47 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
गुरुवार को चंद्रमा कन्या राशि में, सूर्य और बुध वृषभ राशि में, राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल, गुरु और शु्क्र मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।
9 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
दिन- गुरुवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- हस्त
करण- कौलव और तैतिल
सूर्योदय - 05:44 AM
सूर्यास्त - 07:07 PM
चन्द्रोदय - 01:57 PM
चन्द्रास्त - 10 2:12 AM
अभिजीत मुहूर्त - 11:59 AM – 12:52 PM
9 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 5:44 AM – 7:24 AM
कुलिक - 9:05 AM – 10:45 AM
दुर्मुहूर्त - 10:12 AM – 11:05 AM और 03:33 PM – 04:26 PM
वर्ज्यम् - 12:10 PM – 01:42 PM
13 वां नक्षत्र है हस्त, चंद्रमा हैं इसके स्वामी
आकाश मंडल का 13वाँ नक्षत्र है हस्त। हस्त नक्षत्र चन्द्र का नक्षत्र है और इसके अधिष्ठाता देवता आदित्य है। हस्त नक्षत्र पांच तारों से बनी हथेली के समान आकृति को दर्शाता है। इसी आकृति के नाम पर ही इसे हस्त कहा जाता है। यह पू ष ण ढ प्रथम नाम अक्षर से पहचाना जाता है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों के स्वभाव में चन्द्र के गुण होते है। इस नक्षत्र का व्यक्ति स्वभाव से बुद्धिमान होता है। साथ ही परिश्रम से उन्नति करने वाला, कुशल कार्यकर्ता और बिजनेसमैन है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों में कुछ बुराइयां भी होती हैं जैसे ये बात-बात पर झूठ बोलते हैं और अभिमानी भी होते हैं। ये माता-पिता के कष्ट का कारण भी बनते हैं।