सार
7 जुलाई, गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। ये गुप्त नवरात्रि का आठवां दिन है। इस दिन पहले हस्त नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और उसके बाद चित्रा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा।
उज्जैन. पंचांग प्राचीन काल में विद्वान ज्योतिषियों द्वारा निर्मित एक हिंदू कैलेंडर है जिसमें तिथि, वार, नक्षत्र, योग आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी जाती है। और भी कई उपयोगी जानकारी इसमें बताई जाती है। प्राचीन काल में लगभग हर घर में पंचांग होना आवश्यक माना जाता था। आज भी कुछ स्थानों पर हिंदू नववर्ष के पहले पूरे दिन के पंचांग में आने वाली तिथियों के बारे में पढ़कर सभी लोगों को बताया जाता है। पंचांग के पंच अंग बताए जाते हैं, वो इस प्रकार हैं- तिथि, नक्षत्र, योग, वार और करण। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
इस दिन करें देवी महागौरी की पूजा
गुरुवार को आषाढ़ मास के गुप्त नवरात्रि की अष्टमी तिथि है। इस दिन देवी के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है। मां महागौरी का रंग अत्यंत गौरा है इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। देवी के दाहिनी ओर का ऊपर वाला हाथ अभय मुद्रा में और नीचे वाले हाथ में त्रिशूल है। बाएं ओर के ऊपर वाले हाथ में डमरू और नीचे वाला हाथ वर मुद्रा में है। इनका स्वभाव अति शांत है।
7 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 7 July 2022)
7 जुलाई 2022, दिन गुरुवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। ये गुप्त नवरात्रि का आठवां दिन है। इस दिन देवी के महागौरी स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन सूर्योदय हस्त नक्षत्र में होगा, जो दोपहर 12.19 तक रहेगा, इसके बाद चित्रा नक्षत्र आरंभ हो जाएगा, जो रात अंत तक रहेगा। गुरुवार को पहले हस्त नक्षत्र होने से राक्षस नाम का अशुभ योग और उसके बाद चित्रा नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल दोपहर 02:12 से 03:52 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
गुरुवार को रात चंद्रमा कन्या राशि से निकलकर तुला में प्रवेश करेगा। इस दिन बुध और सूर्य मिथुन राशि में, मंगल और राहु मेष राशि में, शुक्र वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में, गुरु मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दही या जीरा मुंह में डाल कर निकलें।
7 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- आषाढ़
पक्ष- शुक्ल
दिन- गुरुवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- हस्त और चित्रा
करण- बव और बालव
सूर्योदय - 5:51 AM
सूर्यास्त - 7:12 PM
चन्द्रोदय - 12:43 PM
चन्द्रास्त - 12:44 AM
अभिजीत मुहूर्त- 12:05 PM – 12:58 PM
7 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 5:50 AM – 7:31 AM
कुलिक - 9:11 AM – 10:51 AM
दुर्मुहूर्त - 10:18 AM – 11:11 AM और 03:38 PM – 04:32 PM
वर्ज्यम् - 08:17 PM – 09:53 PM
शुभ योग है आयुष्मान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचांग जिन 5 अंगों से मिलकर बनता है, उनमें से योग भी एक है। योग 27 बताए गए हैं, इनमें तीसरा योग है आयुष्मान। ये एक शुभ योग है। ज्योतिषियों के अनुसार, जिस व्यक्ति का जन्म आयुष्मान योग में होता है वह व्यक्ति आयुष्मान होता है अर्थात लम्बे समय तक धरती का सुख प्राप्त करता है। इस योग में जन्में लोग कविताओं और गीतों के शौकीन होते हैं। ये शक्तिशाली होते हैं और संघर्ष की स्थिति में अपने विपक्षी को पराजित करने में सक्षम होते हैं।
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