सार
हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।
उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 30 मार्च 2022, बुधवार (Panchang March 30, 2022) के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…
आज की तिथि और पर्व
30 मार्च, बुधवार को विक्रम संवत 2078, जिसका नाम आनन्द है, के चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि दोपहर 1.19 तक रहेगी। इसके बाद चतुर्दशी तिथि रात अंत तक रहेगी। इस दिन शिव चतुर्दशी का व्रत किया जाएगा।
शुभ योग और मुहूर्त
30 मार्च, बुधवार को सूर्योदय शतभिषा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 10.48 तक रहेगा। इसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। बुधवार को पहले शतभिषा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। बुधवार को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04:49 से 05:37 तक रहेगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। अमृत काल रात 02:36 से 04:11 तक रहेगा।
ये है राहु काल का समय
30 मार्च, बुधवार को राहूकाल दोपहर 12:31 से 02:03 तक रहेगा। इसके अलावा यम गण्ड सुबह 07.56 से 09:28 तक, कुलिक सुबह 10:59 से 02:31 तक, दुर्मुहूर्त दोपहर 12:06 से 12:55 तक और वर्ज्यम शाम 05:08 से 06:42 तक रहेगा। ये सभी अशुभ काल है यानी इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति
30 मार्च, बुधवार को चंद्रमा कुंभ राशि में, शुक्र, मंगल, और शनि मकर राशि में रहेंगे। गुरु कुंभ राशि में, सूर्य और बुध मीन राशि में, राहु वृषभ और केतु वृश्चिक राशि में रहेंगे।
इस दिशा में न करें यात्रा
बुधवार को भी उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।