सार
Aaj Ka Panchang: 27 अगस्त को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि रहेगी। इस दिन कुशग्रहणी, शनिश्चरी और पिठौरा अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। शनिवार को सूर्योदय मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा। शिव नाम का एक अन्य योग भी इस दिन रहेगा।
उज्जैन. हिन्दू पंचांग की तीन धाराएँ मानी गई हैं- चंद्र आधारित, नक्षत्र आधारित और सूर्य आधारित कैलेंडर पद्धति। वैसे तो हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित है जैसे शक, युधिष्ठिर आदि, लेकिन उन सभी में विक्रम पंचांग प्रमुख है। ज्योतिष और पंडित आदि सभी शुभ कामों के लिए मुहूर्त देखने के लिए पंचांग का ही उपयोग करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचांग मुख्य रूप से 5 अंगों से मिलकर बनता है ये हैं करण, तिथि, नक्षत्र, वार और योग। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
भाद्रपद की अमावस्या है खास
27 अगस्त को भाद्रपद माद की अमावस्या तिथि रहेगी। इसे कुशग्रहणी और पिठौरा अमावस्या भी कहा जाता है। इस बार ये तिथि शनिवार को होने से शनिश्चरी अमावस्या कहलाएगी। धर्म ग्रंथों में इस तिथि का विशेष महत्व बताया गया है। इस दिन कुशा नाम की घास तोड़कर एकत्रित रखी जाती है, इसका उपयोग साल भर में आने वाले शुभ कामों में किया जाता है। पिथौरा अमावस्या का पर्व मुख्य रूप से महाराष्ट्र में मनाया जाता है।
27 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 27 August 2022)
27 अगस्त 2022, दिन शनिवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि दोपहर 01:47 तक रहेगी। इसके बाद भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू हो जाएगी, जो रात अंत तक रहेगी। शनिवार को सूर्योदय मघा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। शनिवार को मघा नक्षत्र होने से पद्म नाम का शुभ योग पूरे दिन रहेगा।
इनके अलावा शिव नाम का एक अन्य योग भी इस दिन रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 09:19 से 10:54 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
शनिवार सूर्य और चंद्रमा सिंह राशि में रहेंगे। इस दिन बुध कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पूर्व दिशा में यात्रा करना पड़े तो अदरक, उड़द या तिल खाकर घर से निकलें।
27 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- शनिवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- मघा
करण- नाग और किस्तुघ्न
सूर्योदय - 6:11 AM
सूर्यास्त - 6:45 PM
चन्द्रोदय - Aug 27 5:53 AM
चन्द्रास्त - Aug 27 7:08 PM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:03 से 12:53 तक
27 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 2:02 PM – 3:37 PM
कुलिक - 6:11 AM – 7:45 AM
दुर्मुहूर्त - 07:51 AM – 08:42 AM
वर्ज्यम् - 04:56 AM – 06:38 AM
हिंदू वर्ष का सातवां महीना है आश्विन
पंचांग के अनुसार, हिंदू वर्ष का सातवां महीना आश्विन है। इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा अश्विनी नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम आश्विन रखा गया है। इसे क्वार भी कहा जाता है। धर्म ग्रंथों में इस मास का विशेष महत्व बताया गया है। इस महीने में पितृ पक्ष, शारदीय नवरात्रि, दशहरा, शरद पूर्णिमा, इंदिरा एकादशी, पापांकुशा एकादशी और महालक्ष्मी व्रत जैसे पर्व मनाए जाते हैं।
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