सार

25 मई 2022, दिन बुधवार को ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। 
 

उज्जैन. पंचांग के 5 प्रमुख अंग बताए गए हैं- ये हैं करण, तिथि, नक्षत्र, वार और योग। इन सभी को जोड़कर पंचांग का निर्माण किया जाता है। प्राचीन समय में पंचांग ही शुभ-अशुभ मुहूर्त देखने के लिए एकमात्र साधन हुआ करता था। उस समय दैनिक क्रियाओं के लिए भी मुहूर्त देखे जाते थे। पंचांग में शुभ मुहूर्त के अलावा गृह-नक्षत्र परिवर्तन से जुड़ी रोचक जानकारी भी आसानी से मिल जाती है। वर्तमान में कई तरह के पंचांग बाजार में आसानी से मिल जाते है, इनका आधार भी अलग-अलग ही होता है। बदलते समय के साथ ये परंपरा जरूर खत्म हो गई लेकिन पंचांग का महत्व आज भी उतना ही है। वर्तमान में विक्रम संवंत से संबंधित पंचांग ही सबसे ज्यादा सटीक है। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

25 मई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 25 May 2022)
25 मई 2022, दिन बुधवार को ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि रहेगी। इस दिन सूर्योदय उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। बुधवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र होने से लुंबक नाम का अशुभ योग इस दिन बन रहा है, वहीं प्रीति नाम का एक अन्य शुभ योग पूरे दिन रहेगा। इस दिन राहुकाल दोपहर 12:23 से 02:03 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
बुधवार को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और नौतपा शुरू होगा। इस दिन चंद्रमा मीन राशि में, मंगल, गुरु और शु्क्र मीन में, सूर्य और बुध वृषभ राशि में, शनि कुंभ राशि में, राहु मेष राशि में और केतु तुला राशि में रहेंगे। बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि निकलना पड़े तो तिल या धनिया खाकर घर से बाहर निकलें।

25 मई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रमी संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- कृष्ण
दिन- बुधवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- उत्तरा भाद्रपद
करण- विष्टि और बव
सूर्योदय - 5:46 AM
सूर्यास्त - 7:01 PM
चन्द्रोदय - 25 2:29 AM
चन्द्रास्त - 25 2:41 PM 
अभिजीत मुहूर्त – इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है।

25 मई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 7:25 AM – 9:05 AM
कुलिक - 10:44 AM – 12:23 PM
दुर्मुहूर्त - 11:57 AM – 12:50 PM
वर्ज्यम् - 11:59 AM – 01:40 PM

2 तारों का समूह है उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र
25 मई, बुधवार को उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र दिन भर रहेगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, उत्तराभाद्रपद नक्षत्र दो तारों का समूह है, जो देखने में एक पलंग की आकृति जैसा दिखाई देता है। उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का अर्थ है सुंदर बायां पैर। ये नक्षत्र क्रोध को नियंत्रण करने की शक्ति देता है। जिन लोगों का जन्म इस नक्षत्र में होता है वह धार्मिक कार्य करने वाले होते हैं और कुशल वक्ता होने के कारण उन्हें समाज में सम्मान मिलता है। इस नक्षत्र में जन्में लोगों को किस्मत का साथ भी मिलता है। 

क्या होता है नौतपा, क्या है इसकी मान्यता?
25 मई को सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और इसी के साथ भी नौतपा शुरू हो जाएगा। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होते हैं तो भीषण गर्मी पड़ती है। इसके शुरूआत के नौ दिन बहुत ही विशेष होते हैं, इसे नौतपा कहते हैं। इन नौ दिनों से बारिश का अनुमान लगाया जाता है। सूर्य 8 जून तक रोहिणी नक्षत्र में ही रहेगा। इस दौरान ठंडी चीजों का दान करना बहुत ही शुभ माना जाता है।