सार

Aaj Ka Panchang: 23 अगस्त अजा एकादशी और बछबारस का पर्व मनाया जाएगा। मंगलवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से चर और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इस दिन राहुकाल दोपहर 03:39 से 05:14 तक रहेगा। 

उज्जैन. हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित हैं। इनमें से कुछ अमांत तो कुछ पूर्णिमांत को मानते हैं। यानी कुछ अमावस्या को महीने का अंतिम दिन मानते हैं तो कुछ पूर्णिमा को।  पंचांग मूल रूप से हिंदू कैलेंडर है। इसमें ग्रह-नक्षत्र, ग्रह परिवर्तन, ग्रहण आदि सारी जानकारी शामिल होती हैं। कई बार पंचांग भेद के चलते व्रत-त्योहारों में कुछ असमानताएं देखने को मिलती है। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

आज करें अजा एकादशी और बछबारस का व्रत
इस बार 23 अगस्त को अजा एकादशी और बछबारस का पर्व एक ही दिन यानी 23 अगस्त, मंगलवार को किया जाएगा। अजा एकादशी में भगवान विष्णु की पूजा की जाएगी, वहीं जो महिलाएं संतान की खुशहाली के लिए बछबारस का व्रत करेंगे, वे इस दिन गाय-बछड़ों की पूजा करेंगे। इन दोनों ही व्रतों का विशेष महत्व धर्म ग्रंथों में बताया गया है। इस दिन कई शुभ योग भी रहेंगे, जिससे इनका महत्व और भी बढ़ गया है।

23 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 23 August 2022)
23 अगस्त 2022, दिन मंगलवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि सुबह 06:07 तक रहेगी, इसके बाद द्वादशी तिथि रात अंत तक रहेगी। इस दिन अजा एकादशी और बछबारस का पर्व मनाया जाएगा। मंगलवार को सूर्योदय आर्द्रा नक्षत्र में होगा, सुबह 10:44 तक रहेगा, इसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। मंगलवार को पहले आर्द्रा नक्षत्र होने से चर और उसके बाद पुनर्वसु नक्षत्र होने से सुस्थिर नाम के 2 शुभ योग बनेंगे। इनके अलावा सिद्धि और व्यातीपात नाम के 2 अन्य योग भी इस दिन रहेंगे। मंगलवार को राहुकाल दोपहर 03:39 से 05:14 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
मंगलवार को चंद्रमा मिथुन राशि में, सूर्य सिंह राशि में, बुध कन्या राशि में, मंगल वृष राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि में (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।

23 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- मंगलवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- आर्द्रा और पुनर्वसु
करण- कौलव और तैतिल
सूर्योदय - 6:09 AM
सूर्यास्त - 6:49 PM
चन्द्रोदय - Aug 23 2:16 AM
चन्द्रास्त - Aug 23 4:25 PM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:04 से 12:54 तक

23 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 9:19 AM – 10:54 AM
कुलिक - 12:29 PM – 2:04 PM
दुर्मुहूर्त - 08:41 AM – 09:32 AM, 11:21 PM – 12:07 AM
वर्ज्यम् - 12:11 AM – 01:59 AM
 
हिंदू नववर्ष का तीसरा महीना है ज्येष्ठ
पंचांग के अनुसार, हिंदू वर्ष का तीसरा महीना ज्येष्ठ होता है। इस महीने की पूर्णिमा पर चंद्रमा ज्येष्ठा नक्षत्र में होता है, इसलिए इस महीने का नाम ज्येष्ठ रखा गया है। धर्म ग्रंथों में इस मास का विशेष महत्व बताया गया है। ज्येष्ठ मास में जल के दान का बहुत बड़ा महत्व है। मान्यता है कि ऐसा करने से त्रिदेव यानी ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों प्रसन्न होते हैं साथ ही पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है। इस महीने में गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी जैसे कई महत्वपूर्ण पर्व भी मनाए जाते हैं।


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