सार
हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।
उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू मास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 21 दिसंबर, मंगलवार के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…
विक्रम संवत - 2078, आनन्द
शक सम्वत - 1943, प्लव
पूर्णिमांत – पौष
अमांत - मार्गशीर्ष
तिथि
कृष्ण पक्ष द्वितीया - 20 दिसंबर दोपहर 12:36 से 21 दिसंबर दोपहर 02:54 तक
कृष्ण पक्ष तृतीया- 21 दिसंबर दोपहर 02:54 से 22 दिसंबर दोपहर 04:52 तक
नक्षत्र
पुनर्वसु – 20 दिसंबर शाम 07:46 से 21 दिसंबर रात 10:25 तक
करण
गर – 20 दिसंबर रात 01:47 से 21 दिसंबर दोपहर 02:54 तक
वणिज- 21 दिसंबर दोपहर 02:54 से रात 03:56 तक
योग
ब्रह्म- 20 दिसंबर सुबह 10:58 से 21 दिसंबर सुबह 11:37 तक
इन्द्र - 21 दिसंबर सुबह 11:37 22 दिसंबर दोपहर 12:03 तक
वार
मंगलवार
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 7:07 AM
सूर्यास्त - 5:41 PM
चन्द्रोदय - Dec 21 7:35 PM
चन्द्रास्त - Dec 22 9:32 AM
अशुभ काल
राहू - 3:03 PM – 4:22 PM
यम गण्ड - 9:46 AM – 11:05 AM
कुलिक - 12:24 PM – 1:44 PM
दुर्मुहूर्त - 09:14 AM – 09:57 AM, 11:04 PM – 11:58 PM
वर्ज्यम् - 07:12 AM – 08:57 AM
शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 12:03 PM – 12:46 PM
अमृत काल - 07:45 PM – 09:32 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:31 AM – 06:19 AM
आनन्दादि योग
सुस्थिर रात 10:25 तक, इसके बाद वर्धमान
सूर्या राशि
सूर्य धनु राशि पर है
चंद्र राशि
चन्द्रमा दोपहर 03:47 तक मिथुन राशि में रहेगा, इसके बाद कर्क राशि में गोचर करेगा।
चन्द्र मास
अमांत – मार्गशीर्ष
पूर्णिमांत – पौष
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - मार्गशीर्ष 30, 1943
वैदिक ऋतु – हेमंत
द्रिक ऋतु - हेमंत
शुभ योग
त्रिपुष्कर योग- 21 दिसंबर सुबह 07:07 से दोपहर 02:54 तक