सार

20 अगस्त को भाद्रमास कृष्ण नवमी तिथि रहेगी। इस दिन गोगा नवमी का पर्व मनाया जाएगा। शनिवार को रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। साथ ही इस दिन व्याघात और हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे।   
 

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पंचांग मुख्य रूप से 5 अंगों से मिलकर बनता है ये हैं करण, तिथि, नक्षत्र, वार और योग। इन सभी के आधार पर ही दिन भर शुभ मुहूर्त, राहुकाल आदि पर विचार किया जाता है। पंचांग वैदिक काल से ही सनातन धर्म में काल गणना का एक प्रमुख अंग रहा है। वैसे तो हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित है जैसे शक, युधिष्ठिर आदि, लेकिन उन सभी में विक्रम पंचांग प्रमुख है। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

आज होगी गोगादेव की पूजा
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि को गोगा नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन जाहरवीर गोगा राणा का जन्म हुआ था। इनकी पूजा राजस्थान और इसके आस-पास के क्षेत्रों में मुख्य रूप से की जाती है। राजस्थान में इनका मंदिर भी है, जहां भक्त इनके दर्शन करने जाते हैं। इनके गुरु गोरक्षनाथ थे। मान्यता है कि गोगादेव की पूजा से सर्प दंश का भय नहीं रहता।

20 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 20 August 2022)
20 अगस्त 2022, दिन शनिवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि रहेगी। इस दिन गोगा नवमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्योदय रोहिणी नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। शनिवार को रोहिणी नक्षत्र होने से श्रीवत्स नाम का शुभ योग इस दिन बनेगा। साथ ही इस दिन व्याघात और हर्षण नाम के 2 अन्य योग भी रहेंगे। शनिवार को राहुकाल सुबह 09:19 से 10:54 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
शनिवार की रात बुध ग्रह सिंह राशि से निकलकर कन्या में प्रवेश करेगा। इस दिन चंद्रमा और मंगल वृष राशि में, सूर्य सिंह राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पूर्व दिशा में यात्रा करना पड़े तो अदरक, उड़द या तिल खाकर घर से निकलें।

20 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- शनिवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- रोहिणी 
करण- तैतिल और गर
सूर्योदय - 6:08 AM
सूर्यास्त - 6:51 PM
चन्द्रोदय - Aug 21 12:40 AM
चन्द्रास्त - Aug 20 1:48 PM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:04 से 12:55 तक

20 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 2:05 PM – 3:40 PM
कुलिक - 6:08 AM – 7:44 AM
दुर्मुहूर्त - 07:50 AM – 08:41 AM
वर्ज्यम् - 10:58 AM – 12:46 PM

कुंडली का ग्यारहवां भाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में हर भाव का अपना एक अलग महत्व है। कुंडली का 11वां भाव मित्र और आय से संबंधित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मित्रता का प्रमुख भाव एकादश है जो आय भाव भी है जिसके जितने अच्छे मित्र होंगे, आय भाव उतना ही मजबूत होगा। इस भाव में यदि सूर्य हो तो ऐसे लोगों की उच्च पदासीन, सत्तासीन व राजनीतिक लोगों से मित्रता होती है। चंद्रमा इस भाव में होने पर ऐसे लोगों के मित्र कलाकार, वायुयान चालक, जहाज के कैप्टन, नाविक आदि होते हैं।


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