सार

19 अगस्त, शुक्रवार को भाद्रमास कृष्ण अष्टमी तिथि रहेगी। शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव, छत्र कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के 8 शुभ योगों का संयोग बन रहा है।   
 

उज्जैन. ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का विशेष महत्व है। हम रोजमर्रा के कामों में कभी न कभी पंचांग के बारे में जरूर सुनते हैं। पंचांग एक हिंदू कैलेंडर की तरह होता है, जिसमें हर दिन की तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त, राहुकाल का समय, ग्रहों-नक्षत्रों की स्थिति के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जाता है। जब भी कोई मांगलिक कार्य करना हो तो पंचांग के माध्यम से शुभ मुहूर्त देखा जाता है। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

आज मनाया जाएगा जन्माष्टमी पर्व
आज पूरे देश में जन्माष्टमी पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार, द्वापर युग में भादौ मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को भगवान विष्णु ने श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था। तभी से इस तिथि पर ये उत्सव मनाया जा रहा है। इस दिन कृष्ण मंदिरों की रौनक देखते ही बनती है। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं व अन्य माध्यमों से भी भगवान श्रीकृष्ण की कृपा पाने का प्रयास करते हैं। रात को 12 बजे भगवान का जन्मोत्सव बड़े ही धूम-धूम से मनाया जाता है।

19 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 19 August 2022)
19 अगस्त 2022, दिन शुक्रवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि रहेगी। शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्योदय कृत्तिका नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। शुक्रवार को महालक्ष्मी, बुधादित्य, ध्रुव, छत्र कुलदीपक, भारती, हर्ष और सत्कीर्ति नाम के 8 शुभ योगों का संयोग बन रहा है। शुक्रवार को राहुकाल सुबह 10:54 से 12:30 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
शुक्रवार की सुबह चंद्रमा मेष से निकलकर वृष राशि में प्रवेश करेगा। इस राशि में मंगल पहले से ही स्थित है। इस दिन सूर्य और बुध सिंह राशि में, शुक्र कर्क राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। अगर यात्रा करना जरूरी हो तो जौ या राईं खाकर घर से बाहर निकलें।

19 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- शुक्रवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- कृत्तिका 
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 6:08 AM
सूर्यास्त - 6:52 PM
चन्द्रोदय - Aug 19 11:58 PM
चन्द्रास्त - Aug 19 12:53 PM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:05 से 12:56 तक

19 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 3:41 PM – 5:17 PM
कुलिक - 7:43 AM – 9:19 AM
दुर्मुहूर्त - 08:41 AM – 09:32 AM, 12:56 PM – 01:46 PM
वर्ज्यम् - 07:44 PM – 09:31 PM

कुंडली का दसवां भाव
ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली के दसवें भाव यानी घर को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस भाव से ही व्यक्ति की आजीविका, पद-प्रतिष्ठा, बिजनेस और जॉब के बारे में विचार किया जाता है। इस घर में स्थित ग्रहों के अनुसार ही व्यक्ति का बिजनेस और नौकरी तय होती है। दशमेश का मतलब होता है दसवें भाव में जो भी राशि नंबर होगा, उस भाव के स्वामी को दशमेश कहा जाएगा। यदि इस भाव में कुंभ यानी 11 नंबर लिखे होंगे तो उसका स्वामी शनि होगा।


ये भी पढ़ें-

Janmashtami 2022: 400 साल बाद जन्माष्टमी पर 8 दुर्लभ योग, पूजा-खरीदारी के लिए खास रहेगा ये दिन


Janmashtami 2022: राशि अनुसार ये उपाय दूर करेंगे आपका हर संकट, मिलेंगे ग्रहों के शुभ फल भी

Janmashtami 2022 date and time: 18 अगस्त को मना रहे हैं जन्माष्टमी तो जानिए मुहूर्त, पूजा विधि व अन्य बातें