सार

Panchang 16 July 2022: 16 जुलाई को श्रावण कृष्ण तृतीया और चतुर्थी तिथि रहेगी। इस दिन गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। शनिवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम का शुभ योग और आयुष्मान नाम का एक अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेगा।   
 

उज्जैन. हिंदू धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले पंचांग देखा जाता है, जैसे उस दिन की तिथि, वार, योग आदि। पंचांग मूल रूप से एक प्राचीन हिंदू कैलेंडर है चूंकि इसमें पांच अंग (तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण) शामिल होते हैं इसलिए इसे पंचांग का नाम दिया गया है। कुछ स्थानों पर पंचांग को पंजकी भी कहा जाता है। इसमें दिन भर के सभी शुभ मुहूर्त, राहुकाल का समय, चौघड़िया, तिथि-नक्षत्र आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जाता है। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

गणेश चतुर्थी व्रत आज
धर्म ग्रंथों के अनुसार, प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि के स्वामी भगवान श्रीगणेश हैं। कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस बार 16 जुलाई, शनिवार को श्रावण कृष्ण चतुर्थी पर ये व्रत किया जाएगा। इस दिन महिलाएं दिन भर व्रत रखने के बाद शाम को पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा करेंगी, इसके बाद चंद्रमा के दर्शन कर अपना व्रत पूर्ण करेंगी। 

16 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 16 July 2022)
16 जुलाई 2022, दिन शनिवार को श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि दोपहर 01:27 तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी तिथि आरंभ हो जाएगी। इस दिन गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। शनिवार को सूर्योदय धनिष्ठा नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। शनिवार को धनिष्ठा नक्षत्र होने से प्रवर्ध नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। आयुष्मान नाम का एक अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेगा। इस दिन राहुकाल सुबह 09:13 से 10:53 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
शनिवार की सुबह चंद्रमा मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, वहीं रात को बुध ग्रह मिथुन से निकलकर कर्क में प्रवेश करेगा। इस दिन शुक्र और सूर्य मिथुन राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), मंगल और राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में और गुरु (वक्री) मीन राशि में रहेंगे। शनिवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। पूर्व दिशा में यात्रा करना पड़े तो अदरक, उड़द या तिल खाकर घर से निकलें।

16 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- श्रावण
पक्ष- कृष्ण
दिन- शनिवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- धनिष्ठा
करण- विष्टि और बव
सूर्योदय - 5:54 AM
सूर्यास्त - 7:11 PM
चन्द्रोदय - Jul 16 9:48 PM
चन्द्रास्त - Jul 17 9:26 AM 
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:06 से 12:59 तक

16 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
राहू - 9:13 AM – 10:53 AM
यम गण्ड - 2:12 PM – 3:52 PM
कुलिक - 5:54 AM – 7:33 AM
दुर्मुहूर्त - 07:40 AM – 08:33 AM

ध्रुव योग (Dhruva Yoga)
ज्योतिष शास्त्र में 27 शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। ये पंचांग के 5 अंगों में से एक है। इनमें से बारहवें योग का नाम ध्रुव है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग तो बहुत ही शुभ माना गया है। इस योग में जिस व्यक्ति का जन्म होता है वह स्थिर बुद्धि का स्वामी होता है और जो भी काम करता है उसे मन लगाकर करता है। साथ ही वह बहुत ही बलवान एवं धनवान भी होता है। इसे अपने जीवन में कई सफलता मिलती हैं।

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