सार
हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।
उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 15 दिसंबर, बुधवार के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…
विक्रम संवत - 2078, आनन्द
शक सम्वत - 1943, प्लव
पूर्णिमांत – मार्गशीर्ष
अमांत – मार्गशीर्ष
तिथि
शुक्ल पक्ष द्वादशी- 14 दिसंबर रात 11:36 से 15 दिसंबर रात 02:01 तक
नक्षत्र
भरणी- 15 दिसंबर सुबह 04:40 से 16 दिसंबर सुबह 07:35 तक
करण
बव- 14 दिसंबर रात 11:36 से 15 दिसंबर दोपहर 12:46 तक
बालव- 15 दिसंबर दोपहर 12:46 से रात 02:01 तक
योग
शिव- 15 दिसंबर 06:29 सुबह से 16 दिसंबर सुबह 07:17 तक
वार
बुधवार
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 7:04 AM
सूर्यास्त - 5:39 PM
चन्द्रोदय - Dec 15 3:08 PM
चन्द्रास्त - Dec 16 4:25 AM
अशुभ काल
राहू - 12:21 PM – 1:41 PM
यम गण्ड - 8:23 AM – 9:43 AM
कुलिक - 11:02 AM – 12:21 PM
दुर्मुहूर्त - 12:00 PM – 12:43 PM
वर्ज्यम् - 03:26 PM – 05:14 PM
शुभ काल
अमृत काल - 02:12 AM – 04:00 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:28 AM – 06:16 AM
आनन्दादि योग
काण
सूर्या राशि
सूर्य 15 दिसंबर की रात 03:50 तक वृश्चिक राशि में इसके बाद धनु राशि में
चंद्र राशि
चन्द्रमा मेष राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)
चन्द्र मास
अमांत – मार्गशीर्ष
पूर्णिमांत – मार्गशीर्ष
शक संवत (राष्ट्रीय कलैण्डर) - मार्गशीर्ष 24, 1943
वैदिक ऋतु – हेमंत
द्रिक ऋतु – हेमंत