सार

14 अगस्त को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन कजरी तीज का पर्व मनाया जाएगा। रविवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बनेगा, साथ ही सुस्थिर, सवार्थसिद्धि और सुकर्मा नाम के अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे।  
 

उज्जैन. वैदिक ज्योतिष का उपयोग पुरातन समय से किया जा रहा है। इसके अनुसार, ग्रहों-नक्षत्रों की गति के आधार पर शुभ मुहूर्त आदि निकाले जाते हैं। और इन शुभ मुहूर्तों का संकलन पंचांग में किया जाता है। इसलिए लगभग सभी ज्योतिषी शुभ मुहूर्त आदि देखने के लिए पंचाग का ही उपयोग करते हैं। इसलिए पुरातन समय में हर घर में पंचांग होना बहुत जरूर माना जाता था क्योंकि उस समय हर काम शुभ मुहूर्त देखकर करने की परंपरा थी। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…

आज किया जाएगा कजरी तीज व्रत
14 अगस्त, रविवार को भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन कजरी तीज का पर्व मनाया जाएगा। इस व्रत में भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा की जाती है। मान्यता है कि ये व्रत करने से विवाहित महिलाओं का सौभाग्य अखंड रहता है वहीं कुंवारी लड़कियां मनचाहे वर के लिए ये व्रत करती हैं। इस बार ये व्रत कई शुभ योगों में किया जाएगा, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है।

14 अगस्त का पंचांग (Aaj Ka Panchang 14 August 2022)
14 अगस्त 2022, दिन रविवार को भाद्रमास मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस दिन कजरी तीज का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन सूर्योदय पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में होगा, जो दिन भर रहेगा। रविवार को पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र होने से चर नाम का शुभ योग बनेगा, साथ ही सुस्थिर, सवार्थसिद्धि और सुकर्मा नाम के अन्य शुभ योग भी इस दिन रहेंगे। रविवार को राहुकाल सुबह 09:18 से 10:55 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।   

ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
रविवार को चंद्रमा कुंभ राशि से निकलकर मीन में प्रवेश करेगा। इस दिन मंगल वृषभ राशि में, शुक्र कर्क राशि में, बुध सिंह राशि में, सूर्य कर्क राशि में, शनि मकर राशि (वक्री), राहु मेष राशि में, गुरु मीन राशि में (वक्री) और केतु तुला राशि में रहेंगे। रविवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि करनी पड़े तो दलिया, घी या पान खाकर ही घर से निकलें।

14 अगस्त के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- भादौ
पक्ष- कृष्ण
दिन- रविवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- पूर्वा भाद्रपद
करण- वणिज और विष्टि
सूर्योदय - 6:06 AM
सूर्यास्त - 6:56 PM
चन्द्रोदय - Aug 14 8:58 PM
चन्द्रास्त - Aug 15 9:09 AM
अभिजीत मुहूर्त- दोपहर 12:05 से 12:57 तक

14 अगस्त का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 12:31 PM – 2:07 PM
कुलिक - 3:44 PM – 5:20 PM
दुर्मुहूर्त - 05:13 PM – 06:05 PM
वर्ज्यम् - 07:12 AM – 08:45 AM

कुंडली का पांचवा भाव
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली का पंचम भाव का संबंध शिक्षा से माना जाता है। यदि किसी की कुंडली के पंचम भाव में भाव पर पाप ग्रह राहु-केतु की दृष्टि पड़ती है तो शिक्षा में समस्याएं आने लगती हैं। इसके अलावा यदि कुंडली में शनि और मंगल की स्थिति सही न हो तो भी शिक्षा संबंधित समस्याएं आने लगती हैं। यदि किसी की कुंडली में ये ग्रह अशुभ हो तो तुरंत उन्हें अनुकूल बनाने के प्रयास करने चाहिए।


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