सार
13 जून 2022, सोमवार ज्येष्ठ शुक्ल चतुर्दशी तिथि रहेगी। सोमवार को सूर्योदय अनुराधा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। सोमवार को अनुराधा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है।
उज्जैन. पंचांग में न सिर्फ शुभ मुहूर्त बल्कि ग्रह-नक्षत्रों की गतियों के बारे में बताया गया है। पंचांग में वो सभी जानकारी आसानी से मिल जाती है, जो हमारे लिए जरूरी है। वर्तमान में कौन-सा संवत्सर चल रहा है, उसका नाम क्या है इसकी जानकारी भी पंचांग में बताई जाती है। वैसे तो हमारे देश में कई तरह के पंचांग प्रचलित है, लेकिन उन सभी में विक्रम पंचांग प्रमुख है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि व्यक्ति को ज्योतिष से संबंधित अगर कोई जानकारी चाहिए तो वो पंचांग में पाई जा सकती है। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रह, नक्षत्र व कुछ बातों को ध्यान में रखकर एक पूर्ण सटीक पंचांग बनाया जाता है। जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
13 जून का पंचांग (Aaj Ka Panchang 13 June 2022)
13 जून 2022, दिन सोमवार को ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि रहेगी। सोमवार को सूर्योदय अनुराधा नक्षत्र में होगा, जो पूरे दिन रहेगा। सोमवार को अनुराधा नक्षत्र होने से मानस नाम का शुभ योग इस दिन बन रहा है। इस दिन राहुकाल सुबह 07:25 से 09:05 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
सोमवार को चंद्रमा वृश्चिक राशि में, सूर्य और बुध वृषभ राशि में, राहु मेष राशि में, केतु तुला राशि में, मंगल, गुरु और शु्क्र मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
13 जून के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- ज्येष्ठ
पक्ष- शुक्ल
दिन- सोमवार
ऋतु- ग्रीष्म
नक्षत्र- अनुराधा
करण- गर और वणिज
सूर्योदय - 5:44 AM
सूर्यास्त - 7:09 PM
चन्द्रोदय - 6:10 PM
चन्द्रास्त - 5:08 AM
अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12:00 से 12:53 तक
13 जून का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 10:46 AM – 12:26 PM
कुलिक - 2:07 PM – 3:48 PM
दुर्मुहूर्त - 12:53 PM – 01:47 PM और 03:34 PM – 04:28 PM
वर्ज्यम् - 02:20 AM – 03:45 AM
आकाश मंडल का 17वां नक्षत्र है अनुराधा, शनि का इसका स्वामी
अनुराधा नक्षत्र राशि चक्र का 17 वां नक्षत्र है। शनि इस तारे का शासक है लेकिन आक्रामक मंगल भी इसे नियंत्रित करता है। अनुराधा का अर्थ है 'राधा के बाद' जो सफलता और प्रसिद्धि को दर्शाता है। इसका प्रतीक कमल का फूल है, जो किसी भी स्थिति में खिलने की क्षमता का प्रतीक है। इस नक्षत्र में जन्में लोगों पर शनिदेव की विशेष कृपा होती है साथ ही मंगल का भी प्रभाव इन पर स्पष्ट तौर पर दिखाई देता है। ये लोग स्वभाव से बेहद ही उत्साही और लगनशील होते हैं। ये खुलकर बेबाकी से अपनी बात रखने वाले होते हैं। ये अपने दोस्तों के लिए कुछ भी कर सकते हैं।