सार
Aaj Ka Panchang : 13 दिसंबर, मंगलवार को आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन बनेंगे। राहुकाल दोपहर 02:59 से शाम 04:19 तक रहेगा।
उज्जैन. हिंदू धर्म में शुभ-अशुभ की मान्यता हजारों सालों से चली आ रही है। इसलिए कोई भी मांगलिक कार्य करने से पहले मुहूर्त जरूर देखा जाता है। मुहूर्त देखने के लिए आमतौर पर पंचांग का सहारा लिया जाता है। वैसे तो हमारे देश में कई पंचांग प्रचलित हैं, लेकिन इन सभी में विक्रम पंचांग सबसे अधिक प्रचलित है। पांच के 5 प्रमुख अंग बताए गए हैं, ये हैं- तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। आगे पंचांग से जानिए आज कौन-कौन से शुभ योग बनेंगे, कौन-सा ग्रह किस राशि में रहेगा और राहु काल व अभिजीत मुहूर्त का समय…
13 दिसंबर का पंचांग (Aaj Ka Panchang 13 December 2022)
13 दिसंबर 2022, दिन मंगलवार को पौष मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि पूरे दिन रहेगी। मंगलवार को आश्लेषा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। मंगलवार को आश्लेषा नक्षत्र होने से आनंद नाम का शुभ योग दिन भर रहेगा। इसके अलावा वैधृति और विषकुंभ नाम के 2 अन्य शुभ योग भी इस दिन बनेंगे। राहुकाल दोपहर 02:59 से शाम 04:19 तक रहेगा।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार रहेगी...
मंगलवार को चंद्रमा कर्क राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन शुक्र और बुध ग्रह धनु राशि में, राहु मेष राशि में, सूर्य वृश्चिक राशि में, शनि मकर राशि में, मंगल वृष राशि, गुरु मीन राशि में और केतु तुला राशि में रहेंगे। मंगलवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। यदि निकलना पड़े तो गुड़ खाकर यात्रा पर जाना चाहिए।
13 दिसंबर के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- पौष
पक्ष- कृष्ण
दिन- मंगलवार
ऋतु- हेमंत
नक्षत्र- आश्लेषा
करण- तैतिल और गर
सूर्योदय - 7:03 AM
सूर्यास्त - 5:38 PM
चन्द्रोदय - Dec 13 10:08 PM
चन्द्रास्त - Dec 14 11:34 AM
अभिजीत मुहूर्त- 11:59 AM – 12:42 PM
13 दिसंबर का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 9:41 AM – 11:01 AM
कुलिक - 12:20 PM – 1:40 PM
दुर्मुहूर्त - 09:10 AM – 09:52 AM और 11:00 PM – 11:54 PM
वर्ज्यम् - 03:54 PM – 05:41 PM
ये भी पढ़ें-
कर्नाटक के मंदिरों में नहीं होगी ‘सलाम’ आरती, जानें दिन में कितनी बार कौन-सी आरती की जाती है?
Chaturthi Tithi list 2023: साल 2023 में कब-कब किया जाएगा विनायकी और संकष्टी चतुर्थी व्रत?
18 दिन तक चलता है किन्नरों का विवाह समारोह, किससे और कैसे होती है इनकी शादी?
Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।