सार
11 जुलाई, सोमवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन अनुराधा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इस दिन सोम प्रदोष का शुभ संयोग भी बन रहा है।
उज्जैन. पंचांग ज्योतिष शास्त्र का ही एक अंग है इसमें दिन भर के सभी महत्वपूर्ण व्रत-पर्वों की जानकारी रहती है साथ ही दिन भर में हम किस समय कौन-सा शुभ कार्य कर सकते हैं, इसके बारे में विस्तार पूर्वक पंचांग में बताया जाता है। अगर हमें पता हो कि आज हमें यात्रा नहीं करनी चाहिए तो इसके पहले हम पूरी तरह से सतर्क हो जाएंगे या नियमों का पालन करेंगे। इसलिए पंचांग हमारे लिए बहुत उपयोगी है। वर्तमान समय में विक्रम पंचांग सबसे अधिक प्रचलित है। आगे जानिए आज के पंचांग से जुड़ी खास बातें…
सोम प्रदोष, विजया पार्वती और वासुदेव द्वादशी व्रत आज
प्रत्येक महीने के दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। इस बार 11 जुलाई को सोमवार और त्रयोदशी तिथि के योग से सोम प्रदोष का व्रत किया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाएगी। इस दिन वासुदेव द्वादशी और विजया पार्वती का व्रत भी किया जाएगा। इस तरह एक ही दिन में 3 व्रत-पर्वों का योग बन रहा है जो बहुत ही शुभ है।
11 जुलाई का पंचांग (Aaj Ka Panchang 11 July 2022)
11 जुलाई 2022, दिन सोमवार को आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि है। इस दिन विजया पार्वती और सोम प्रदोष व्रत किए जाएंगे। इस दिन सूर्योदय अनुराधा नक्षत्र में होगा, जो सुबह 8 बजे तक रहेगा, इसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र रात अंत तक रहेगा। सोमवार को पहले अनुराधा नक्षत्र होने से मानस और उसके बाद ज्येष्ठा नक्षत्र होने से पद्म नाम के 2 शुभ योग इस दिन बन रहे हैं। इस दिन राहुकाल सुबह 07:32 से 09:12 तक रहेगा। इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें।
ग्रहों की स्थिति कुछ इस प्रकार से होगी...
सोमवार को चंद्रमा वृश्चिक राशि में, बुध और सूर्य मिथुन राशि में, मंगल और राहु मेष राशि में, शुक्र वृषभ राशि में, केतु तुला राशि में, गुरु मीन में और शनि कुंभ राशि में रहेंगे। सोमवार को पूर्व दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि मजबूरी में यात्रा करनी पड़े तो शीशे में अपना चेहरा देखकर या कोई भी पुष्प खा कर घर से निकलना चाहिए।
11 जुलाई के पंचांग से जुड़ी अन्य खास बातें
विक्रम संवत- 2079
मास पूर्णिमांत- आषाढ़
पक्ष- शुक्ल
दिन- सोमवार
ऋतु- वर्षा
नक्षत्र- अनुराधा और ज्येष्ठा
करण- बालव और कौलव
सूर्योदय - 5:52 AM
सूर्यास्त - 7:12 PM
चन्द्रोदय - 4:56 PM
चन्द्रास्त - 3:48 AM
अभिजीत मुहूर्त- 12:05 PM – 12:58 PM
11 जुलाई का अशुभ समय (इस दौरान कोई भी शुभ काम न करें)
यम गण्ड - 10:52 AM – 12:32 PM
कुलिक - 2:12 PM – 3:52 PM
दुर्मुहूर्त - 12:58 PM – 01:52 PM और 03:38 PM – 04:32 PM
वर्ज्यम् - 12:57 AM – 02:21 AM
सुकर्मा योग (Sukarma Yoga)
ज्योतिष शास्त्र में 27 शुभ-अशुभ योगों के बारे में बताया गया है। ये पंचांग के 5 अंगों में से एक है। इनमें से सातवें योग का नाम सुकर्मा है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस योग में जिन लोगों का जन्म होता है वे अच्छे कर्मों वाले होते हैं अर्थात ये धर्म कर्म में विश्वास रखने वाले होते हैं। ये सभी के प्रति स्नेह और प्रेम रखते हैं। ये गुणवान और लोगों के मध्य आदर के पात्र होते हैं। ये हर प्रकार के ऐश्वर्य का भोग करने वाले होते हैं।
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