सार

हिंदू धर्म में हर काम शुभ मुहूर्त देखकर ही किया जाता है और मुहूर्त की जानकारी पंचांग से मिलती है। हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग के नाम से जाना जाता है। पंचांग के माध्यम से समय एवं काल की सटीक गणना की जाती है।

उज्जैन. पंचांग मुख्य रूप से पांच अंगों से मिलकर बना होता है। ये पांच अंग तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण है। यहां हम दैनिक पंचांग में आपको शुभ मुहूर्त, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदूमास एवं पक्ष आदि की जानकारी देते हैं। आगे जानिए 10 दिसंबर, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय आदि संपूर्ण जानकारी…

विक्रम संवत - 2078, आनन्द
शक सम्वत - 1943, प्लव
पूर्णिमांत – मार्गशीर्ष
अमांत - मार्गशीर्ष

तिथि
शुक्ल पक्ष सप्तमी - 09 दिसंबर रात 07:54 से 10 दिसंबर रात 07:09 तक
शुक्ल पक्ष अष्टमी- 10 दिसंबर रात 07:09 से 11 दिसंबर रात 07:13 तक 

नक्षत्र
शतभिषा- 09 दिसंबर रात 09:51 से 10 दिसंबर रात 09:48 तक
पूर्वभाद्रपदा- 10 दिसंबर रात 09:48 से 11 दिसंबर रात 10:32 तक

करण
गर – 09 दिसंबर रात 07:54 से 10 दिसंबर सुबह 07:26 तक
वणिज - 10 दिसंबर सुबह 07:26 से रात 07:09 तक
विष्टि - 10 दिसंबर रात 07:09 से 11 दिसंबर सुबह 07:05 तक

योग
हर्षण - 09 दिसंबर सुबह 10:27 से 10 दिसंबर सुबह 08:22 तक
वज्र – 10 दिसंबर सुबह 08:22 से 11 दिसंबर 06:54 सुबह तक
सिद्धि - 11 दिसंबर 06:54 सुबह से 12 दिसंबर सुबह 06:03 तक

वार
शुक्रवार

सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय - 7:01 AM
सूर्यास्त - 5:37 PM
चन्द्रोदय - Dec 10 12:23 PM
चन्द्रास्त - Dec 11 12:03 AM

अशुभ काल
राहू - 11:00 AM – 12:19 PM
यम गण्ड - 2:58 PM – 4:18 PM
कुलिक - 8:20 AM – 9:40 AM
दुर्मुहूर्त - 09:08 AM – 09:51 AM, 12:40 PM – 01:23 PM
वर्ज्यम् - 04:24 AM – 06:03 AM

शुभ काल
अभिजीत मुहूर्त - 11:58 AM – 12:40 PM
अमृत काल - 02:37 PM – 04:13 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:25 AM – 06:13 AM

आनन्दादि योग
सौम्य- रात 09:48 तक, इसके बाद ध्वांक्ष

सूर्या राशि
सूर्य वृश्चिक राशि पर है

चंद्र राशि
चन्द्रमा 

कुंभ राशि पर संचार करेगा (पूरा दिन-रात)

चन्द्र मास
अमांत – मार्गशीर्ष
पूर्णिमांत – मार्गशीर्ष
शक संवत (राष्ट्रीय कैलेंडर) - मार्गशीर्ष 19, 1943
वैदिक ऋतु – हेमंत
द्रिक ऋतु - हेमंत